मकड़ाई समाचार उप्र्.|राजनीति अपनी जगह है मगर उसमें किसी धर्म पर अपनी गलत प्रतिक्रिया देना भारी पड़ सकता है।अखिलेश यादव और असदुद्दीन औवेसी पर ज्ञानवापी मस्जिद में मिले कथित शिवलिंग पर हेट स्पीच केे मामले में 12 दिसंबर कोे सुनवाई होगी।
केस वाराणसी के अतिरिक्त मुख्य न्यायिक अधिकारी उज्जवल उपाध्याय-V की कोर्ट में है | बीते मंगलवार 6 दिसंबर को मामले की सुनवाई होनी थी। इससे पहले कोर्ट ने इन दोनों नेताओं के खिलाफ मुकदमा चलाने के प्रार्थना पत्र पर थाने से रिपोर्ट मांगी थी। ये रिपोर्ट सुनवाई की तारीख वाले दिन 6 दिसंबर को पेश की गई। इसके चलते अब न्यायालय ने 12 दिसंबर की तारीख तय की है।
विवादित बयान
ज्ञानवापी परिसर और श्रृंगार गौरी केस पर सुनवाई के दौरान बयान दिया गया था। ज्ञानवापी मस्जिद परिसर में मिले शिवलिंग जैसे ढांचे पर सपा मुखिया अखिलेश यादव ने कहा था,”हिंदू धर्म में पीपल के पेड़ के नीचे पत्थर रखने से वहा मंदिर बन जाता है।”
वहीं असदुद्दीन ओवैसी ने कहा था,”परिसर में एक फव्वारा है ना कि शिवलिंग।” केस वाराणसी के अतिरिक्त मुख्य न्यायिक अधिकारी उज्जवल उपाध्याय-V की कोर्ट में है |