मकड़ाई समाचार विशेष।मध्यम वर्ग के लोग आर्थिक तंगी के कारण लोन आदि लेते है।फायनेंस कंपनी के लुभावनी स्कीम फंस जाते है बाद में उन्हे बहुत पछताना पड़ता है। वर्तमान में यही साहूकारी काम मोबाईल के लोन ऐंप कर रहे हैं। जिन्होने हजारो परिवार को बर्बा्रद कर दिया है। इन ऐप में कई प्रकार सैंटिंग पूछ जाती है जिससे हमारा पर्सनल डाटा उनके सर्वर पर चला जाता है। जहां से वह हमारी व्यक्तिगत जानकारी का मनमाना फायदा उठाते है। इस प्रकार के फर्जी चायनीज ऐप के विरोध में सरकार कठोर कदम उठा रही है। इसके लिए सरकार ने गूगल को भी निर्देशित किया है। कि जो ऐप आमजनता के लिए नुकसान दायक है उन्हे प्ले स्टोर से हटाया जाए। इस प्रकार करीब 2000 ऐप पूर्व में हटाए जा चुके है। वही कुछ ऐप जो बच्चो की आत्महत्या के कारण बने इस प्रकार के गेमिंग ऐप के विरुद्ध सरकार पूर्व में एक्शन ले चुकी है। जिसमें पबजी प्रमुख है। करीब 1100 अवैध लोन स्कीम के चीनी लोन ऐप को पूर्व में हटाया था और 600 ऐप को हटाने की तैयारी चल रही है। ये लोग कस्टमर को शुरु में लोन दे देते है फिर प्रोसेसिंग चार्ज 20-25 प्रतिशत तथा ब्याज 150 से 250 प्रतिशत तक वसूलते हैं। कर्ज लेने वाला इनके रिकवरी काल से परेशान हो जाता है जिसमें कई लोग आत्महत्या तक कर चुके है। ये लोग हमारे पर्सनल डाटा पूरा हैक कर लेते है। फोन की सैंटिंग परमिशन मांगते है उसे इनेवल करते ही हमारा डाटा इनके सर्वरो पर अपने आप लोड हो जाता है। फिर ये लोन न चुकाने पर कई प्रकार धमकियां भी देते है। हर जगह इनके ऐजेंट होते है जो रिकवरी के नाम पर कर्ज लेने वाले को खासा परेशान करते है। भारत सरकार ने ऐसे अनेक ऐप को लिस्टेड कर हटाने की कवायद शुरु कर दी है।
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