मकड़ाई एक्सप्रेस 24 भोपाल। आईपीएल क्रिकेट मैच सटोरियांे के लिए आय का साधन बन गया है। आईपीएल के एक मैच पर करोड़ों रुपयों का सट्टा लग रहा है। इसके लिए मोबाईल फोन बहुत ज्यादा उपयोग हो रहा हैं।इसमें कुछ मोबाईल एप का उपयोग किया जा रहा है जो आईपीएल मैच की टीम बनाकर मैच में रुपया लगाने को कहा जाता है।
खिलाड़ि़योें पर सट्टा लगाने व्हाटसप बना जरिया
जिसमें आईपीएल मैच में टीम और खिलाड़ियों पर वाट्सएप ग्रुप पर सटटेबाजी हो रही है।इसमें रुपयो का लेन देन में पेटीएम वालेट में सभी सटोरिए रकम जमा करते हैं।इसके लिए बकायदा आईपीएल मैच में टीम व खिलाडिय़ों पर सट्टा लगाने वाले गिरोह सक्रिय हैं। ये गिरोह वाटसएप ग्रुप के जरिए सटटेबाजी करता है।वाटसएप पर बने गुप में सट्टे के शौकीन जुड़े हुए हैं जो आईपीएल टीम और खिलाड़ियों पर मनमाफिक सटटा लगाते हैंआईपीएल मैच में टीम व खिलाडिय़ों पर सट्टा लगाने वाले गिरोह सक्रिय हैं। ये गिरोह वाटसएप ग्रुप के जरिए सटटेबाजी करता है।
कुछ लोगों आर्थिक तंगी से खेलने कोे मजबूर
आईपीएल सट्टा गु्रप में लोग इस लिए रुपया दांव पर लगाते है कि हमे दो गुना रुपया मिल जायेगा और इसी उम्मीद के साथ सटोरियो के जाल में फंस जाते है। अपने जीवन भर की कमाई इन लोगो को देते जाते है। कुुछ तो मित्रो स्वजनों से उधार लाकर खेलते है। वाटसएप पर बने गुप में सट्टे के शौकीन जुड़े हुए हैं जो आईपीएल टीम और खिलाड़ियों पर मनमाफिक सटटा लगाते हैंये लोग पेटीएम पर एक वालेट आईडी में रकम का आदान प्रदान करते हैं। ऐसे ही एक सटोरियों का गिरोह गाजियाबाद के कविनगर पुलिस ने पकड़ा था। जिसमें गिरोह ने वाट्सएप पर सटटेबाजी का खुलासा किया है। आईपीएल मैच में सटोरिए अलग.अलग एप डाउनलोड करके सट्टा लगाते हैं। ये लोग पेटीएम पर एक वॉलेट आईडी में रकम डलाते हैं। हारने पर वॉलेट में जमा रकम में से रकम कट जाती है। गिरोह के तार दिल्ली से जुड़े हैं।जिसकी तलाश के लिए पुलिस जांच कर रही है। पकड़े गए आरोपियों ने बताया कि ये लोग दिल्ली के एक व्यक्ति के जरिए आईपीएल में सट्टा लगाते है
सरकार को लगाना होगा अंकुश
व्हाट्सएप ग्रुपों के जरिए लोगों किस टीम व खिलाड़ी पर सट्टा लगाना है इसकी जानकारी देते थे। अगर वह हार जाता था तो उससे डेढ़ प्रतिशत का कमीशन लेते थे।सरकार को चाहिए कि इस प्रकार के सट्टा खिलाने वाले एप और खेलों से कमाई दिखाने वाले विज्ञापनों पर रोक लगाए इन्ही के कारण आज हमारे युवा सटोरी बनते जा रहे है थोड़े से ज्यादा कमाने का शार्टकट रास्ता उनके लिए परेशानी का सबब बनता जा रहा हैै।
नर्मदापुरम भी इससे अछूता नही
देश के छोटे बडे़ सभी शहरों में सटोरियों का नेटवर्क बना हुआ है। हमारे प्रदेश के इंदौर,भोपाल,जबलपुर सहित सभी छोटे बडे़ शहरों में व्हाटसअप के माध्यम से लोग पैसा लगाकर बर्बाद हो रहे है। हमारा नर्मदापुरम भी इससे अछूता नही है।सट्टा खेलने और खिलाने में नर्मदापुरम में ईटारसी होशंगाबाद बैतूल हरदा के टिमरनी और खिरकिया मंे धुरंधर लोग हैं। पूर्व इस तरह के मामले पुलिस के पास आए भी थें।सट्टा पर्ची के साथ आनलाइन व्हाटसअप और पेेटीएम आदि जरिया बन गया है। तकनीकि कौशल ज्ञान का उपयोग सभी क्षेत्रों में हो रहा है।