यह एक मिथ है –
कि चींटियाँ कभी नहीं सोतीं हैं। वास्तविकता में, चींटियाँ एक प्रकार के नींद जैसी स्थिति में रह सकती हैं, जिसे “रेस्टिंग स्टेट” कहा जाता है। इससे यह तय नहीं होता कि वे नींद में हैं, लेकिन यह दिखाता है कि वे किसी प्रकार से शांति और आराम में हो सकती हैं। चींटियाँ समाज में काम करने और अपने गोंथों बनाने के लिए जानी जाती हैं। वे आमतौर पर अपनी गोंथों में रहती हैं और उन्हें बनाने में समय लगा सकती है। चींटियों का सामाजिक संगठन भी अद्भुत है और उनकी गोंथें सामूहिक योजना के अनुसार बनती हैं।
इस प्रकार की बातें बताना बेहद महत्वपूर्ण है ताकि हम विज्ञानिक तथ्यों पर आधारित जानकारी का सही उपयोग कर सकें और गलत धारणाओं से बच सकें।