मकड़ाई समाचार छिंदवाड़ा। माचागोरा डैम के गड्ढे में डूबने से जिन चार बच्चों की मौत हुई थी उनका आज अंतिम संस्कार किया गया। बारहबरियारी और चौखड़ा में अंत्येष्टि की गई जिससे पूरा माहौल गमगीन हो गया। पूरे गांव ने नम आंखों से मासूम बच्चों की अर्थी को कंधा देकर उन्हें विदाई दी। अंतिम संस्कार में शामिल हर आंख नम दिखाई दी और हर कोई भावुक होता दिखाई दिया।
हादसे में बसंत उइके ने अपनी दोनो बेटियां गांव दी, परिजनों का रो रो कर बुरा हाल था। एक साथ उनके घर से दो बेटियों की अर्थी एक साथ उठी। कभी उसने यह नहीं सोचा था कि वह अपनी बेटी को इस तरह से विदा करेंगे। गौरतलब है कि बरियारी में रहने वाली सृष्टि पिता संजय मसराम ( 7) प्राची पिता बसंत उईके (9) प्रिया पिता बसंत उईके (11) और शेखर पिता घनश्याम तेकाम (10) और शिखा माचागोरा डेम के पास बकरी चराने गए हुए थे, तभी डेम के किनारे पानी स्टोरेज के लिए खोदी गई झिरिया में उतर रहे थे तभी झिरिया की मिटटी धंसने से वह चारों झिरिया के पानी में डूब गए थे जिससे उनकी मौत हो गई थी।