मकड़ाई एक्सप्रेस ग्वालियर| गर्मी के मौसम में शरीर को डीहाइड्रेट होने से बचाने के लिए पर्याप्त पानी की जरूरत होती है। ऐसे में एक ऐसा पेय जो शुद्धता के साथ-साथ स्वादिष्ट भी हो तो फिर कहना ही क्या। कुछ ऐसा ही शीतल पेय है ग्वालियर दुग्ध संघ का बनाया हुआ स्पाइस बटर मिल्क यानी नमकीन मट्ठा।
यह गर्मियों का शीतल पेय होने के साथ ही शरीर में पहुंचने के बाद 14 प्रकार के विटामिन और मिनरल की पूर्ति करता है। वैसे तो गर्मियों के लिए अनेक शीतल पेय मार्केट में उपलब्ध हैं, लेकिन बिना किसी मिलावट और उच्च क्वालिटी के पेय की श्रेणी में जीरा और कालीमिर्च के नमकीन मट्ठा की बात ही अलग है। यह गर्मियों में ओआरएस घोल की तरह ही काम करता है।
ग्वालियर दुग्ध संघ मर्यादित के मुख्य कार्यपालन अधिकारी ने जानकारी देते हुए बताया कि नागरिकों तक शुद्धता के साथ अपने प्राडक्ट्स को पहुंचाना ही उनकी जिम्मेदारी होती है। मप्र की ग्वालियर इकाई शीतल पेय की श्रेणी में दही की लस्सी, फ्लेवर्ड मिल्क और नमकीन मट्ठा (छाछ) का उत्पादन करता है। गर्मी के दिनों में इनकी मांग अधिक बढ़ जाती है। इस दौरान गुणवत्ता का पूरा ध्यान रखते हैं। अब तक सांची के प्राडक्ट्स को आइएसओ 9000,14000 और 22000 का स्टैंडर्ड मानक प्राप्त हो चुका है। यही कारण है कि यहां बना नमकीन मट्ठा प्रदेश के अलावा दिल्ली रेलवे पार्लरों पर भी उपलब्ध है। प्रतिदिन 150 से 200 क्रेट दिल्ली भेजी जाती हैं।
इस तरह बनता है स्वादिष्ट नमकीन मट्ठा छाछ
सांची के बानमोर प्लांट इंचार्ज जेएस पचौरी ने जानकारी देते हुए बताया कि सोसायटी के माध्यम से एकत्रित किए गए दूध को लाकर पहले 42 डिग्री तापमान पर गर्म करते हैं। इसके बाद दही जमाते हैं। 40 लीटर दूध के जमे हुए दही में 40 लीटर पानी को मिलाते हैं। दही और पानी को अच्छी तरह मिक्सर में मिलाकर उसमें 80 ग्राम भुना हुआ जीरा पाउडर और 80 ग्राम काली मिर्च पाउडर डालते हैं। इसके बाद नमकीन स्वाद देने के लिए दो किलो नमक मिलाकर चिलर में ठंडा करने के लिए रखा जाता है। अंत में इसे 200 मिली की मात्रा में फूड ग्रेड पालीथीन में पैक करके मार्केट में भेजा जाता है।
14 तरह के विटामिन और मिनरल की पूर्ति करता है
जेएस पचौरी ने बताया कि नमकीन मट्ठा (छाछ) को यदि पांच डिग्री सेल्सियस तक तापमान पर रखा जाए तो इसका स्वाद बेहतर रहता है। इसमें शरीर के लिए जरूरी 14 तरह के विटामिन और मिनरल की उपलब्धता बनी रहती है। इसे तैयार करने में जो दूध उपयोग किया जाता है, उसमें छह प्रतिशत फैट और नौ प्रतिशत एसएलएफ की मात्रा रहती है। बिना कैमिकल के तैयार किया जाने वाला स्वास्थ्यप्रद पेय सांची का नमकीन मट्ठा बारह रुपये में मिलता है ,जो शहरवासियों की पहली पसंद भी बन गया है।