शुद्ध जल लगभग 7 pH होता है; सटीक मान, तापमान पर निर्भर करता है। जब एक एसिड का विलयन जल में किया जाता है तो pH, 7 से कम होगा और जब एक क्षारक या क्षार का विलयन जल में किया जाता है तो pH, 7 से अधिक होगा
मकड़ाई एक्सप्रेस भोपाल। बदलते मौसम के साथ हमे अपने खान पान पर विशेष ध्यान रखना चाहिए। इस समय तापमान तेजी से बढ़ती जा रही है।गर्मी के मौसम में ज्यादातर बीमारियां पानी से संबंधित होती हैं।पानी को साफ और शुद्ध करने के लिए लोग तरह-तरह के उपाय अपनाते हैं। लेकिन पानी में मौजूद कुछ कीटाणु ऐसे होते हैं| जो आसानी से नहीं हटते और शरीर को नुकसान पहुंचाने का काम करते हैं। जैसे- मान लीजिए आप फिटकरी से पानी को फिल्टर यानी साफ करना चाहते हैं लेकिन यह पानी से पूरी तरह कीटाणुओं का सफाया नहीं कर सकती है।
पानी को साफ करने के तरीके
आजकल घरों में पानी को साफ करने के लिए फिल्टर का इस्तेमाल होने लगा है। कुछ घर ऐसे भी हैं, जहां फिल्टर का इस्तेमाल नहीं होता है। ऐसे में पानी को साफ करने के लिए तरीके हैं, जिनकी मदद से आप पानी को बिल्कुल शुद्ध और पीने लायक बना सकते हैं।
पानी को उबालकर पीना
पानी को छानकर उबालकर पीना चाहिए यह बात तो हम बचपन से ही सुनते आ रहे हैं. पानी को शुद्ध करने का यह सबसे बेहतर तरीका माना जाता है। इसलिए पानी को हमेशा छानकर उबालने के बाद ठंडा करके पीना चाहिए।
पानी का बर्तन
पानी को कांच,स्टील, कॉपर,मिट्टी के बर्तन या बोतल में रखना चाहिए।पानी को साफ करने के लिए वाटर क्लीनिंग ब्लीच और टैबलेट्स का भी यूज होता है. अक्सर पानी की टंकी, तालाब की सफाई में इसका इस्तेमाल किया जाता है। इनमें पाए जाने वाले एडिबल केमिकल्स शरीर के लिए सेफ होते हैं। घरों में वाटर क्लीनिंग ब्लीच का इस्तेमाल करते समय सावधानी बरतनी चाहिए।