Harda: जीवित व्यक्ति को मृत मानकर वोटर लिस्ट से हटाया नाम, मतदान से किया वंचित, जबकि उनकी पत्नी हुई हैं दिवंगत , शिकायत मिलने पर होगी कार्रवाई !
भोपाल – हरदा : हरदा विधानसभा क्षेत्र 135 में सरकारी सेवा से रिटायर्ड वरिष्ठ अधिकारी जब उज्जैन से हरदा अपने पोलिंग बूथ ग्राम अबगांव कलां पहुंचे तो वे भौंचक्के रह गए। बूथ पर उन्हें बताया गया कि उन्हें मृत मानकर वोटर लिस्ट से उनका नाम हटा दिया गया है। जबकि रिटायर्ड डिस्ट्रिक्ट कमांडेंट 86 वर्षीय आरआर सिंह अपना वोट देने उज्जैन से हरदा आये थे। जानकारी जुटाने पर उन्हें बताया गया कि आपकी दिवंगत पत्नी के स्थान पर उन्हें मृत मानकर वोटर लिस्ट से हटाया गया है।
उक्त जानकारी सोशल मीडिया पर सिंह साहब के दामाद द्वारा पोस्ट शेयर करने पर ज्ञात हुई।
इधर अधिकारियों का कहना है कि ये लापरवाही कैसे हुई। यदि इस मामले में शिकायत होती है तो हम जांच कराएंगे ।
◆ कुछ अनुत्तरित सवाल –
अंततः सीनियर सिटीजन आरआर सिंह वोट डालने सेवंचित रह गए। यहां सवाल उठता है कि सम्बंधित बीएलओ द्वारा मतदाता सूची दुरुस्त करने के दौरान उन्हें सिंह साहब के न रहने की जानकारी किन दस्तावेज से ज्ञात हुई। सिंह साब की पत्नी की मृत्यु के बाद उन्हें किस आधार पर मृत मानकर उनका नाम वोटर लिस्ट से हटाया गया। जांच होने और ही इन प्रश्नों से पर्दा हट सकता है।
◆ क्या है दामाद राजेन्द्र पटेल की पोस्ट –
- अबगांव कलाँ (हरदा विधानसभा क्षैत्र) के निवासी मेरे श्वसुर (father in law ) रिटायर्ड डिस्ट्रिक्ट कमांडेंट
श्री आर.आर.सिंह 86 वर्ष की आयू मे उज्जैन प्रवास दौरान लोकतंत्र के सम्मान मे वोट डालने कार टेक्सी कर अपना वोट देने जब अबगांव कलाँ पोलिंग बूथ पर पहुंचे, तो उन्हें बताया गया कि,उनकी स्वर्गवासी धर्मपत्नी के स्थान पर उन्हें मृत मानकर उनका नाम वोटर लिस्ट से हटा दिया गया है,परन्तु उनकी पत्नी का नाम है। अंततः वे अपने अमुल्य मताधिकार का उपयोग नहीं कर पाये।
यक्ष प्रश्न : ऐसी स्थिति मे यदि हार जीत के लिए एक मत निर्णायक हो तो क्या होना चाहिए?