दिनेश अखाड़िया
मकड़ाई समाचार झाबुआ। अलीराजपुर जिले के
जोबट थाना के एसडीओपी खुलेआम रात्रि के वक़्त अपने एरिए से बाहर जाकर अपने पद का गलत तरीके से उपयोग कर रहे है। जिसकी चर्चा पूरे झाबुआ जिले में हो रही है। अभी कुछ दिनों पहले ही रानापुर से चंद्रशेखर आजाद मार्ग की ओर से एक डंफर को एसडीओपी भाकर द्वारा पकड़ा गया व झाबुआ जिले से पकड़ कर उस डंफर को रात्रि में ही नानापुर थाने पर ले जाकर वाह वाही लूटी ,व अपराध पंजीबद्ध कर युवक को आरोपी बनाकर जेल भेजा गया ,जो कि भाकर एसडीओपी के क्षेत्र का मामला हे ही नहीं इसके बावजूद उन्होंने नानपुर थाने पर ले जाकर कार्यवाही की।
ऐसा ही मामला गत रात्रि लगभग दो से ढाई बजे के बीच रानापुर से चार किलोमीटर की दूरी पर स्थित ग्राम वन में टोल टैक्स के पास से ही एसडीओपी भाकर द्वारा एक बोलेरो पिकअप का पीछा कर उसे पकड़ कर झाबुआ जिले से लेकर अलीराजपुर जिले के चांदपुर थाने पर ले जाया गया व वहा पर अपराध पंजीबद्ध किया गया । जिसकी चर्चा भी पूरे क्षेत्र में हो रही है।
आए दिन सरकारी अफसरों द्वारा अलीराजपुर जिले से झाबुआ जिले में आकर इस तरह से कार्यवाही होती है जबकि अलीराजपुर जिले में भी अवैध शराब का कारोबार जोर शोर से चल रहा है लेकिन वहा पर कार्यवाही ना करते हुए वहा के शराब माफिया से मिलकर उन्हें बढ़ावा दिया जा रहा है। ओर कानून व जनता की आंखों में धूल झोंकते हुए झाबुआ जिले में आकर कार्यवाही की जा रही है। और झूठा पंचनामा बनाकर अलीराजपुर क्षेत्र के थानों पर ले जाए जाते हे ओर रात्रि के अंधेरे का फायदा उठाते हुए उस वाहन को वहीं अपने क्षेत्र में गिरफ्तार करने की बात कर वाह वाही लूटते हे। , झाबुआ के आला अधिकारियों को कानों कान खबर नहीं है। अचानक से
वाहन जप्त कर झाबुआ से अलीराजपुर सीमा में चले जाते हे, सवाल यहां उठता है कि इस अधिकारी को कोराना महामारी के बारे में जानकारी ज्ञात होने के बावजूद भी पूरे मध्य प्रदेश में लाकड़ाऊन लगा हुआ है। , मुख्य मंत्री के आदेश अनुसार 17 मई तक सम्पूर्ण कोराना कर्फ्यू लागू हे उसके बावजूद भी एसडीओपी भाकर द्वारा सारे नियम कानून को ताक में रख कर अलीराजपुर सीमा को लाघ कर झाबुआ जिले कि सीमा में प्रवेश कर इस तरह की कार्यवाही करते हे ,ये हिस्सा झाबुआ जिले की सीमा का हे लेकिन इन अधिकारियों ने तो हर तरह से कानून को हाथ में लेकर झाबुआ अलीराजपुर जिले में कानून प्रणाली को तोड कर ही कार्य किया जा रहा है ।
, स्थानीय प्रशासन पुलिस व अन्य अधिकारी को कानों कान खबर नहीं होती है ,ओर घटना को अंजाम दिया जाता है ,अभी तक जोबट एसडीओपी भाकर द्वारा दो मामलों फर्जी कार्यवाही की गई जो को अलीराजपुर क्षेत्र की थी ही नहीं , अलीराजपुर एसडीओपी द्वारा झाबुआ जिले में इस तरह की कार्यवाही करना कहा तक सही है। यह भी जांच का विषय है। लेकिन पूरे क्षेत्र में यह चर्चाओं का बाजार गर्म है।