टिमरनी विकास खंड की ये पंचायत अजब और गजब : ग्राम पंचायत ग्राफिक्स की दुकान से खरीदती है गिट्टी , सीमेंट
हरदा।क्या आप ग्राफिक्स (फ्लैक्स की दुकान) से रेत, सीमेंट, गिट्टी खरीद सकते है आपका जबाव होगा नहीं, लेकिन यह काम ग्राम पंचायत बिच्छापुर का उपसरपंच बलराम डूडी बखुबी कर सकता हैं। अधिवक्ता अनिल जाट ने जानकारी देते हुए बताया कि भ्रष्टाचार की निर्धारित चरम सीमा को भी ग्राम पंचायत बिच्छापुर के सरपंच सचिव ने पार कर दिया हैं। जिसमें महत्वपूर्ण भूमिका वर्तमान उप सरपंच बलराम डूडी ने निभाई हैं। मनरेगा में भ्रष्टाचार करना पंचायत के लिए आम बता है,।
लेकिन ग्राम पंचायत बिच्छापुर का एक ऐसा मामला निकल कर सामने आया है जिसमें भ्रष्टाचार की निर्धारित सीमा को भी पार कर दिया हैं। ग्राम पंचायत बिच्छापुर में ग्राफिक्स की दुकान से सीमेंट, गिट्टी खरीदी जाती है जिसका भुगतान भी कर दिया जाता हैं। ऐसे एक दो नहीं दर्जनों बिल है जिसमें लाखों रुपये ग्राफिक्स की दुकान सें गिट्टी सीमेंट रेत खरीद कर शासकीय राशि निकाल ली जाती हैं।
श्रीजी ग्राफिक्स से खरीदी सीमेंट, गिट्टी, रेत
अधिवक्ता अनिल जाट ने बताया कि ग्राम पंचायत बिच्छापुर टिमरनी से करीब 15 किमी और जिला मुख्यालय से करीब 30 किमी दूर है। पंचायत में निर्माण कार्य में लगने वाली रेत, गिट्टी, सीमेंट की खरीदी पंचायत द्वारा हरदा के नेहरु पार्क के पास स्थित श्रीजी ग्राफिक्स नाम की दुकान से खरीदती है। अब सवाल यह उठता है, कि ग्राफिक्स (फ्लैक्स की दुकान) पर निर्माण सामग्री कैसे मिलती होगी? ग्राम पंचायत बिच्छापुर पिछले 15 सालों में ऐसे करोड़ों रुपये के फर्जी बिल लगाकर राशि निकाली गई।
उप सरपंच बलराम डूडी की क्या भूमिका
अधिवक्ता अनिल जाट ने बताया कि ग्राम पंचायत में पूर्व सरपंच रहे बलराम डूडी का कार्यकाल 5 साल का रहा। इसके बाद उनकी पत्नी राधाबाई सरपंच बनीं उनके कार्यकाल खत्म होने के बाद अभी हाल ही में हुए पंचायत चुनाव में बलराम डूडी फिर से उपसरपंच के पद पर आसीन हुए। बलराम डूडी के लिए यह पद सिर्फ दिखावा है असली मकसद घोटाला और भ्रष्टाचार कर अपनी जेब गरम करना हैं।
फर्जी ऑडिट कराकर बिल पास कराया
पंचायत में यूं तो हर साल लेखा जोखा का ऑडिट होता है। इस ऑडिट में भी ग्राम पंचायत बिच्छापुर की सैकड़ों आपत्तियां आई हैं। अधिवक्ता अनिल जाट ने बताया कि वहं हम बात करें श्रीजी ग्राफिक्स के बिल की तो 2015 में 26000/- रुपये की गिट्टी तथा 60,000/- रुपये की सीमेंट के बिल को पास करके राशि ही नहीं निकाली गई बल्कि अधिकारियों से मिलकर फर्जी ऑडिट भी करा लिया। उस समय बलराम डूडी पंचायत सरपंच के प्रतिनिधि होकर पंचायत का संचालन करते थे। इनके द्वारा इसी प्रकार कई फर्जी बिल लगाकर पंचायत की राशि अहारण की है।
इनका कहना है
ग्राम पंचायत में रोजगार के नाम पर बेरोजार घूम रहे है। पंचायत अपने चहेतों को लाभ पहुंचाने फर्जीबाडा कर रही हैं। ग्राफिक्स (फ्लैक्स की दुकान) से सीमेंट, रेत, गिट्टी खरीद कर लाखों रुपये के फर्जी बिल लगाकर राशि निकाली गई हैं।
अनिल जाट, अधिवक्ता(ग्राम पंचायत बिच्छापुर निवासी)
इनका कहना है
पूर्व में ग्राफिक्स (फ्लैक्स की दुकान) से सीमेंट,गिट्टी खरीदे के बिल गलत हैं। मेरी पदस्थपना अभी हाल ही में हुई हैं।
कमल कटारे, सचिव बिच्छापुर पंचायत