चौरई गांव में सोमवार देर शाम उस समय अफरा तफरी मच गई, जब एक की राछ ( बारात ) गांव में निकल रही थी। जब दूल्हा घोड़े पर सवार होकर निकला तो वहां मौजूद दबंगों ने दूल्हे और घोड़े पर पत्थर फेंकना चालू कर दिए। जिससे पूरे गांव में अफरा तफरी मच गई।
मकड़ाई एक्सप्रेस 24 छतरपुर | मप्र के कई जिलों में आज भी सवर्ण मानसिकता बरकरार हैं जो छोटे गरीब परिवारों की खुशियां बर्दाश्त नही कर पा रहे है।गरीब अनुसूचित जाति / जनजाति के परिवारों के शादी ब्याह के कार्यक्रम में ये लोग अडंगा लगाते है। इनके घरों के सामने से वाहन हो तो भी पैदल निकले ,जूते चप्पल हाथ में लेकर निकले,दूल्हा घोडे़ पर सवार होकर बारात न निकाले हैं ऐसेे ही अपमानजक घटनाएं शोषित वर्ग सहता आया है और आज भी सह रहा है।
दूल्हे की बारात पर दबंगो ने पत्थर फेेंके
छतरपुर के चौरई गांव में सोमवार देर शाम उस समय अफरा तफरी मच गई, जब एक राछ गांव में निकल रही थी। अजा वर्ग के दूल्हे की बारात निकल रही थी उस पर दबंगो ने पत्थर फेेंके जिसमें कई लोग घायल हो गए ।घटना को लेकर तत्काल पुलिस को सूचना दी गई। सूचना मिलते ही बड़ा मलहरा एसडीओपी सहित थाने का पुलिस बल मौके पर पहुंचे।पुलिस की उपस्थिति में बमुश्किल बारात निकाली गई।इस दौरान भी पत्थरबाजी होती रही|
हम कार्रवाई करेंगे – एसडीओपी
पुलिस अधिकारियों ने दूल्हे से कहा कि आप जहां से चाहे अपनी राछ निकाल सकते हैं। आपको कोई नहीं रोक पाएगा जोर रोकेगा उसके खिलाफ हम कार्रवाई करेंगे। गांव में भारी पुलिस बल तैनात हुआ। उसके बाद दलित घोड़ी पर चढ़ा, लेकिन पुलिस के सामने भी गांव के दबंग पत्थर फेंकते रहे। बड़ी मुश्किल से पुलिस ने दबंगों को वहां से हटाया। मौके पर बड़ा मलहरा एसडीओपी शशांक जैन मौजूद रहे। आपको बता दें बुंदेलखंड में इस तरह के मामले सामने आते रहे हैं और फिर ऊंच-नीच का यह मामला सामने आ गया है। घटना में कुछ लोगों के यहां पर पत्थर लगने की चोटें भी आई हैं। मंगलवार को भी गांव में तनाव की स्थिति बनी रही जहां पुलिस बल मौके पर मौजूद है।
पं धीरेंद्र शास्त्री का स्वप्न अखंड हिंदू राष्ट्र का
छतरपुर जिले के गढ़ा गांव के पं धीरेंद्र शास्त्री का जलवा आज पूरी दुनिया मे बरकरार है। जो भारत को हिंदू राष्ट्र बनाने की बात कर रहे है वहीं उनके ही जिले के दबंग हिंदू समाज के शोषित वर्ग के साथ इस प्रकार की ओछी हरकत कर रहे है। यह कैसे विरोधाभास हैं इस बात से तो यह लगता है कि भारत अगर हिंदू राष्ट्र बन भी गया तो अजा अजजा वर्ग की स्थिति वही गुलामी वाली हो जायेगी।