मकड़ाई एक्सप्रेस ग्वालियर | सड़क हादसों की सबसे बड़ी वजह नशा और तेज रफ्तार है। शहर के अंदर सड़कों पर नशे में फर्राटा भरती गाड़ियों पर जब सख्ती की गई तो इसका असर सड़क हादसों के आंकड़ों पर भी दिखने लगा है। इस साल पहली तिमाही में 1 जनवरी से 31 मार्च के बीच के आंकड़ों का विश्लेषण बताता है कि नशे में गाड़ी चलाने वालों पर पिछले साल की पहली तिमाही की तुलना में इस साल 15 गुना तक ज्यादा चालान ट्रैफिक पुलिस ने किए। इसी तरह पिछले साल की तुलना में तेज रफ्तार में गाड़ी चलाने वालों पर सबसे ज्यादा चालान तीन साल की तुलना में इस साल हुए। इसका असर हुआ कि सड़क हादसों में मरने वालों की संख्या पिछले साल की तुलना में पांच प्रतिशत तक कम हो गई। सड़क हादसों में भी थोड़ा अंतर आया है। हालांकि रात में सबसे ज्यादा लोग शराब पीकर गाड़ी चलाते हैं, रात में कार्रवाई कुछ ही दिन हुई, अगर यह कार्रवाई रात के समय नियमित हो तो हादसों में और कमी आ सकती है।
2022 में शराब पीकर गाड़ी चलाने वालों पर तीन साल में सबसे कम कार्रवाई हुई। पिछले साल तीन माह में शराब पीकर गाड़ी चलाने वाले सिर्फ 12 वाहन चालकों पर पुलिस ने कार्रवाई की, जबकि सबसे ज्यादा कार्रवाई इस साल की। इस साल 179 वाहन चालकों पर कार्रवाई की गई।
- शहर में तेज रफ्तार और शराब पीकर गाड़ी चलाने वालों पर कार्रवाई के लिए अब ऐसे प्वाइंट हम चिन्हित करेंगे, जहां रात के समय गाड़ियां तेज रफ्तार में भागती हैं। यहां नियमित चेकिंग प्वाइंट लगाकर कार्रवाई करेंगे और सड़क व गाड़ियों में शराबखोरी करने वालों पर भी सख्ती से कार्रवाई की जाएगी। इसे लेकर 16 अप्रैल के बाद पूरी प्लानिंग करेंगे फिर कार्रवाई करेंगे।- ऋषिकेष मीणा एएसपी ट्रैफिक