फर्जी पत्र भेजने वाले एसडीएम के रीडर कैलाश मालवीय पर कलेक्टर ने नहीं की कार्यवाही
मकड़ाई समाचार हरदा/टिमरनी। एसडीएम कार्यालय में पदस्थ बाबू कैलाश मालवीय द्वारा कलेक्टर कार्यालय मैं फर्जी पत्र भेजने और अपने वरिष्ठ अधिकारियों को गुमराह करने बाले भ्रष्ट बाबू कैलाश मालवीय पर कलेक्टर द्वारा अब तक कोई एक्शन नहीं लिया गया। जिससे बाबू कैलाश मालवीय के हौसले बुलंद हैं। तो वही बड़े शर्म की बात है कि एक न्याय के मंदिर में बैठकर बाबू चंद समय के लालच की खातिर अपने पद और पद की गरिमा को उछलते हुए कलेक्टर कमिश्नर जैसे वरिष्ठ अधिकारियों को फर्जी पत्र भेजकर गुमराह करते नजर आ रहे हैं। जिसकी जांच अभी तक कलेक्टर द्वारा ना करवाते हुए इस दोषी बाबू पर कोई कड़ी कार्यवाही नहीं की गई। जिसे यह प्रतीत होता है कि न्याय के मंदिर में ही लोगों को न्याय नहीं मिल पाता है और न्याय पाने के लिए दर-दर भटकना पड़ता है।
आखिर बाबू ने फर्जी पत्र भेजकर क्यों किया अधिकारियों को गुमराह
टिमरनी एसडीएम कार्यालय में पिछले लगभग 4 वर्षों से पदस्थ बाबू कैलाश मालवीय ने आखिर क्यों अपने वरिष्ठ आईएएस अधिकारियों को गुमराह करने के लिए फर्जी पत्र भेजा आखिर ऐसी कौन सी नौबत आन पड़ी थी जो अपनी नौकरी और कुर्सी को दांव पर लगाते हुए बाबू अपनी मनमर्जी करते हुए मनगढ़ंत पत्र बना कर फर्जी पत्र को भेजकर आखिर क्यों सीएमओ राहुल शर्मा को बचाना चाहते हैं। और क्यों शासकीय भूमि से अतिक्रमण को नहीं हटवाने देना चाहते हैं। आखिर बाबू कैलाश मालवीय को कौन सा लालच है जो न्याय के मंदिर में भी बैठकर अन्याय करने से नहीं कतरा रहे हैं। क्या ऐसे भ्रष्ट बाबू पर वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा कोई एक्शन नहीं लिया जाएगा। क्योंकि बात सिर्फ यह पत्र कि नहीं इसके पूर्व में भी ऐसे कई पत्र बाबू द्वारा भेजे गए होंगे। जिस की भी जांच की जाना चाहिए क्योंकि इस बार तो बाबू की चोरी पकड़ा गई तो खुलासा हो गया लेकिन हो सकता है। इसके पूर्व भी ऐसे कई मामलों में इन बाबुओं द्वारा फर्जी पत्र पर भेज कर शासन प्रशासन के जिम्मेदार अधिकारियों को गुमराह किया जा चुका होगा। और इसी कारण नगर के लोगों को न्याय नहीं मिल पाया है जो आज भी न्याय की उम्मीद के लिए दर दर भटकते नजर आ रहे हैं।
सहायक ग्रेड 3 के बाबू को क्यों नियम विरुद्ध बनाया एसडीएम का रीडर
हरदा जिले में ऐसे कई बाबू है जो एसडीएम के रीडर बनने योग्य है और सहायक ग्रेड 2 की पोस्ट पर पदस्थ हैं। इसके बावजूद भी प्रशासन के जिम्मेदार अधिकारियों ने ऐसे लापरवाह और सहायक ग्रेड 3 के कर्मचारियों को सहायक ग्रेड 2 की पोस्ट देकर बड़ी जिम्मेदारियां तो सौंप दी। लेकिन इन जिम्मेदारियों के काबिल यह बाबू है या नहीं इनकी कोई जांच नहीं की गई। जबकि शासन के नियमानुसार एसडीएम का रीडर सहायक ग्रेड 2 की पोस्ट वर्ग कर्मचारी होना चाहिए। लेकिन पिछले लगभग 4 वर्षों से एक ही स्थान पर पदस्थ बाबू कैलाश मालवीय जो कि सहायक ग्रेड 3 का कर्मचारी है। जोकि कुछ अधिकारियों से सांठगांठ करते हुए सहायक ग्रेड 2 की पोस्ट पर पदस्थ हो गए और अपनी मनमर्जी करते नजर आ रहे हैं। जब प्रशासन के जिम्मेदार वरिष्ठ अधिकारी ही अपने जिम्मेदारियों को पूर्ण रूप से नहीं निभाते हैं तो ऐसे छोटे तबके के कर्मचारी तो अपनी मनमर्जी करते नजर आएंगे ही क्योंकि ऐसे बाबुओं को रोकने टोकने या इनकी लापरवाही पर कड़ी कार्यवाही करने की हिम्मत वरिष्ठ अधिकारियों में नहीं होते नजर आ रही है। कहीं ना कहीं वरिष्ठ अधिकारियों का भी लालच निजी स्वार्थ इन बाबुओं से रहता है। इसी कारण से बाबू अपने आपको अधिकारी समझकर ऐसे फर्जी कार्य करते नजर आ रहे हैं।
मुख्यमंत्री एवं कमिश्नर को भेजा शिकायत पत्र
प्रदेश के मुखिया मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और नर्मदा पुरम संभाग के कमिश्नर को टिमरनी एसडीएम कार्यालय में पदस्थ बाबू कैलाश मालवीय के द्वारा फर्जी पत्र के मामले की जांच को लेकर मुख्यमंत्री और संभाग के कमिश्नर को एक लिखित शिकायत पत्र भेजा है। जिसमें बाबू कैलाश मालवीय द्वारा कलेक्टर कार्यालय भेजा गया। फर्जी पत्र और संयुक्त कलेक्टर द्वारा कमिश्नर को भेजा गया। पत्र दोनों की छाया प्रति संलग्न करते हुए शिकायत भेजी गई है। और शीघ्र ही पत्र की जांच कर दोषी पाए जाने पर बाबू कैलाश मालवीय पर कड़ी कार्यवाही और फर्जी पत्र भेजने पर के आरोप में एफआईआर दर्ज कराए जाने की मांग की गई है। साथ ही सीएमओ राहुल शर्मा की जांच संबंधी और अतिक्रमण संबंधी जितनी भी शिकायत एसडीएम कार्यालय से होकर कलेक्टर और कमिश्नर कार्यालय भेजी गई है। उन सब पत्रों की पुनः जांच करते हुए निष्पक्ष कार्रवाई किए जाने की मांग की गई है।