विरोध के नाम पर तोड़फोड़ करने वाले लोग छात्र नहीं, बल्कि आतंकवादी – पीएम शेख हसीना,बांग्लादेश हिंसक प्रदर्शन के दौरान 32 लोगो की मौत
मकड़ाई एक्सप्रेस 24 दिल्ली। बांग्लादेश में विरोध कर रहे प्रदर्शनकारियों ने प्रधानमंत्री शेख हसीना के इस्तीफे और हालिया हिंसा में मारे गए लोगों के लिए न्याय की मांग करते हुए नारे लगाए।
हिंसक प्रदर्शन मे 32 लोगो की मौत
पीएम हसीना के इस्तीफे की मांग कर रहे लोगों और सत्तारूढ़ अवामी लीग के समर्थकों के बीच रविवार को झड़प हुई जिसमें कम से कम 32 लोगों की मौत हो गई और 30 अन्य घायल बताए जा रहे है।
भारत ने अपने लोगो के लिये जारी की एडवाईजरी
भारत ने बांग्लादेश में रह रहे अपने नागरिकों से संपर्क में रहने और सतर्क रहने को कहा है। इसके साथ ही छात्रों सहित सभी भारतीयों को आपातकालीन स्थिति में हेल्पलाइन नंबर +88-01313076402 पर संपर्क करने की सलाह दी गई है।
PM शेख हसीना के इस्तीफे की मांग
खबर के अनुसार, प्रदर्शनकारियों ने प्रधानमंत्री शेख हसीना के इस्तीफे की मांग की और आरक्षण में सुधार को लेकर हाल में हुए विरोध प्रदर्शनों में मारे गए लोगों के लिए न्याय की मांग करते हुए नारे लगाए।प्रदर्शनकारी असहयोग आंदोलन के पहले दिन राजधानी के साइंस लैब चौराहे पर भी एकत्र हुए और उन्होंने सरकार विरोधी नारे लगाए।
तोड़फोड़ करने वाले लोग छात्र नहीं, बल्कि आतंकवादी
बांग्लादेश के कई हिस्सों में फिर से हिंसा भड़कने के बीच प्रधानमंत्री शेख हसीना ने रविवार को कहा कि विरोध के नाम पर तोड़फोड़ करने वाले लोग छात्र नहीं, बल्कि आतंकवादी हैं और ऐसे तत्वों से कड़ाई से निपटने की जरूरत है। प्रधानमंत्री ने कहा कि मैं देशवासियों से इन आतंकवादियों का सख्ती से दमन करने की अपील करती हूं।
Source PTI