के.के. यदुवंशी – सिवनी मालवा : विधानसभा के लिए 3 दिसंबर को नर्मदापुरम में होने जा रही मतगणना में कौन प्रत्याशी किस पर भारी पड़ेगा, किस के सिर पर जीत का ताज होगा और किस दल का प्रत्याशी विधानसभा में पहुंच कर सिवनी मालवा विधानसभा की आवाज को बुलंद करेगा। उसमें अब दो दिन ही शेष रह गए हैं। विधानसभा का विधायक इस बार भी भाजपा के प्रेमशंकर वर्मा ही होंगे या कांग्रेस के युवा प्रत्याशी अजय पटेल के खाते में यह सीट जाएगी। इसका फैसला तो रविवार को हो जाएगा। किसके सिर पर ताज होगा। इसे लेकर अभी भी कयासों के तीर चल रहे हैं। समर्थक अपने- अपने प्रत्याशी के सिर पर ताज होने का दम भर रहे हैं। हालांकि होने जा रही मतगणना में तय हो जाएगा कि भाजपा ही मतदाताओं की पसंद है अथवा जनता ने भाजपा को नकार कर कांग्रेस प्रत्याशी अजय पटेल के सिर पर विधायक का ताज पहना दिया है। इसके लिए जिला मुख्यालय पर 3 दिसंबर प्रातः 8 से मतगणना शुरू हो जाएगी। मतगणना को
लेकर चुनाव आयोग द्वारा सभी तैयारियों को मुकम्मल किया जा चुका है। सबसे पहले डाक मतपत्रों की गिनती की जाना है। इसके बाद ही ईवीएम में डाले गए मतों की गिनती प्रारंभ होगी। मतों की गिनती होने के पूर्व ही समर्थकों में बेचैनी होगी। भाजपा, कांग्रेस सहित चुनाव लड़े एक प्रत्याशी समर्थक तो मतगणना से पूर्व ही जीत का दम भर रहे हैं हालाकि लोगों का कहना है कि ताज तो भाजपा या काग्रेस प्रत्याशी के सिर पर ही बंधेगा। लेकिन निर्दलीय प्रत्याशी ओमप्रकाश रघुवंशी के सामाजिक वोटर अधिक संख्या में होने के चलते समर्थक जीत का दम भर रहे हैं। विधानसभा सीट से भाजपा के कद्दावर नेता से मुकाबला करने कांग्रेस ने युवा नेता को मैदान में उतारा था। लेकिन निर्दलीय प्रत्याशी बन कर मैदान में आए ओमप्रकाश रघुवंशी ने चुनावी समीकरण को गड़बड़ा दिया। विधानसभा चुनाव परिणाम के साथ-साथ इस बार लाड़ली बहना योजना के असर को लेकर भी खूब चर्चा चल रही है। दरअसल इस बार साल 2018 की अपेक्षा 2023 में महिला मतदाताओं ने वोट प्रतिशत बढ़ाने में खासा योगदान दिया है। प्रतिशत बढ़ता है, तब-तब नतीजे चौंकाने वाले ही सामने आ सकते हैं कुछ ऐसी ही उम्मीद चुनाव नतीजों को लेकर भी राजनीतिक दलों और मतदाताओं को है। इस बार नतीजों से पहले समीकरण और मतदान का रुख समझने की कोशिश की गई तो मतदाताओं में उत्साह नजर आया और 84 प्रतिशत से अधिक मतदान हुआ। मतदान का उत्साह और संभावित नतीजों को लेकर आंकलन और अंदाजा लगाने की जद्दोजहद जारी है।