हंडिया: यात्री प्रतीक्षालय अतिक्रमण की चपेट में बस के इंतजार में घंटों खड़े रहते महिला बच्चे बुजुर्ग ! प्रशासन के अधिकारी भी नहीं देते ध्यान
हरदा हंडिया। हरदा जिले की धार्मिक नगरी हंडिया जो कि ग्राम पंचायत , तहसील मुख्यालय और पुलिस थाना और आसपास के सैकडो गांव का मुख्य केंद्र बिंदु है। नर्मदा नदी रिद्नाथ महादेव मंदिर नाभि कुंड होने के कारण हजारों श्रद्धालुओं का आना जाना लगा रहता है। लेकिन स्थानीय ग्राम पंचायत के सरपंच सचिव को आम जन श्रद्धालुओं आने वाले राहगीरों मेहमानों की सुविधाओं से कोई लेना देना नहीं।
हंडिया का एकमात्र यात्री प्रतीक्षालय रात में शराबियों का अड्डा बन गया। और दिन में दुकानदार उसके सामने अपनी दुकान लगाकर उसे बंद कर देते है।
गंदगी का आलम टूटी फूटी बैठक व्यवस्था अपने आप अपनी बदहाली पर आंसू बहा रही। गंदगी और बदबू से पूरा यात्री प्रतीक्षालय खराब जीर्ण शीर्ण हो गया। लेकिन कोई इन अतिक्रमण कर्ताओं को शराबियों को रोकने टोकने वाला नहीं है।
धार्मिक नगरी में अमावस्या पूर्णिमा पर तो लाखो भक्त यहां आते है। हजारों लोग बस के इंतजार में इधर उधर बैठने की जगह ढूंढते है।
और परेशान होते है। लेकिन ग्राम पंचायत को उनसे कोई लेना देना नहीं। गांव के कई जागरूक लोग भी सिर्फ नेतागिरी करते है। लेकिन जनहित के मामले से उनको भी कोई सराकोर नहीं है।
SDM तहसीलदार थानेदार के वाहन कई बार यहां से निकलते है। रुकते भी है। लेकिन यात्री प्रतीक्षालय की सुध लेने वाला कोई नहीं !
हंडिया इतनी बड़ी आबादी आसपास सैकडो गांव लगे यहां यात्रियों की सुविधा के लिए सरकार ने यात्री प्रतीक्षालय बनाया गया। ताकि यात्री स्कूल कालेज की बालिका यहां आराम से यहां बैठकर बस का इंतजार कर सके। और अपने आपको सुरक्षित महसूस कर सके।
लेकिन यात्री प्रतीक्षालय के रखरखाब की व्यवस्था न तो ग्राम पंचायत कर रही और नहीं अधिकारी कोई ध्यान दे रहे है। पूरा यात्री प्रतीक्षालय अतिक्रमण कर्ताओं ने कब्जे में कर लिया। लेकिन जिम्मेदार शासन के अधिकारी भी कोई ध्यान नहीं देते। देखना होगा कि तहसील के अधिकारी जो कुंभकर्ण की नींद सोए हुए है। उनकी नींद खुलती है या नहीं।
मालूम हो कि बीते दिनों जिला कलेक्टर ने गंदगी और पंचायत की अव्यस्थाओं को लेकर नाराजगी व्यक्त की थी। उसके बाद पंचायत सचिव को भी संस्पेंड कर दिया था।लेकिन अभी भी हालात नहीं सुधरे।