हरदा बड़ी खबर : भूमि पूजन के 6 माह बीत जाने के बाद भी शुरू नही हुआ मुहाल माइनर का काम, नहर विभाग के अधिकारी सोए हुए कुभकर्ण की नींद, ठेकेदार बैठा इंतजार में कब डलेगा ले आउट
हरदा : जी हां बिलकुल सही सुना आपने शीर्षक पढ़कर आप हैरान हो गए होंगे। की हरदा में सबसे ज्यादा नवीन निर्माण कार्य के भूमि पूजन होते है। लेकिन विभाग के जिम्मेदार अधिकारियों की लापरवाही के कारण ये अधिकारी क्षेत्र के विधायक मंत्री के अरमानों पर पानी फेरने का काम करते है। आज से लगभग 6 महीने पहले नहर विभाग के द्वारा मुहाल माइनर का भूमि पूजन मंत्री कमल पटेल ने किया था। भूमिपूजन के दौरान क्षेत्र के किसानो के बीच जमकर तालियां भी बटोरी थी।खूब वाहवाही लूटी थी।
लेकिन नहर विभाग के जिम्मेदार अधिकारियों की लापरवाही के कारण आज तक वो कार्य शुरू नही हुआ। सूत्रों की माने तो ठेकेदार आस लगाए बैठा है की कब ले आउट डलेगा। और में काम शुरू करू। इधर क्षेत्र के किसानो को अगर माइनर का काम समय से नही शुरू हुआ था। तो नहर का पानी नहीं मिल पायेगा। और किसान परेशान होगे। हालाकि भुर्जन का पैसा भी बहुत पहले मिल चुका उसके बाद भी जिम्मेदार नहर विभाग के अधिकारी अपने मंत्री कमल पटेल के अरमानों पर पानी फेर रहे है। जिसका खामियाजा आने वाले चुनाव में मंत्री को भी भुगतना पड़ सकता है।
सूत्रों की माने तो माइनर का भूमि पूजन हुए 6 माह बीत गए। नहर विभाग के अधिकारियों का सहयोग नही मिल रहा। समय से ले आउट डाल देते तो हम कार्य शुरू कर देते। हमारी 4 मशीनें खड़ी हुई है।
दो साल की वारंटी माचक उप नहर की, ठेकेदारो को नही मिल रहा विभाग का सहयोग –
वही नहर विभाग की लापरवाही माचक उप नहर में भी देखने को मिली। दो साल की वारंटी वाली माचक उपनहर में कही जगह मरम्मत की आवश्यकता है। क्योंकि अति वृष्टि से कई जगह नुकसान भी नहर में हुआ। और समय से मरम्मत नहीं हुई तो किसानो को परेशानी का सामना करना पड़ेगा। यहा भी नहर विभाग के अधिकारी कुभकर्ण की नींद सोए हुए है। किसानो की समस्या से उन्हें कोई सरोकार नहीं। कृषि मंत्री कमल पटेल के गृह जिले और जल संसाधन मंत्री तुलसी सिलावट के प्रभारी मंत्री हरदा के हाल जब ऐसे होगे तो अन्य जिलों में नहर विभाग के हाल क्या होगे आप सहज अंदाजा लगा सकते है। वहा भी ठेकेदार का कहना है। हम काम करने को तैयार है। विभाग हमे वहा पर नहर विभाग के अधिकारी कर्मचारी की ड्यूटी लगाए। ताकि हम बिना किसी परेशानी के नहर की मरम्मत कर सके।
बीते तीन माह विभाग से ठेकेदार को भी लाखो का नुकसान –
इधर विभाग की लेट लतीफी के कारण ठेकेदार को नुकसान उठाना पड़ रहा है। अगर ठेकेदार लेट कार्य शुरू करता है तो विभाग उसको पेनाल्टी लगा देता है। अब यहां ठेकेदार इंतजार में बैठा हुआ है।ऐसी स्तिथि में ठेकेदार को आर्थिक नुकसान उठाना पड़ रहा है।इसका जिम्मेदार कोन होगा। क्या ठेकेदार को जो नुक्सान हुआ एम उसकी भरपाई विभाग देगा। यह सवाल उठ रहा है।