मकड़ाई समाचार हरदा। किसानों को ग्रीष्मकालीन मूंग की फसल की सिंचाई के लिए तवा डैम ने नहर का पानी उपलब्ध कराया गया है लेकिन कुछ क्षेत्रों में दबंग ओर रसूखदार लोगों ने नहर में बड़े-बड़े हेडप लगाकर पानी को रोक लिया है। जिसके चलते कई किसानों को नहर शुरू होने के 8 दिनों बाद से अब तक पानी नहीं मिल पाया है। टिमरनी सब डिवीजन की 2R,3R शाखा से जुड़े कुछ किसानों को ही पानी मिल पाया है। वहींं, करीब 3 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में अब तक किसान पलेवा भी नहीं कर पाए हैं। गौरतलब है कि नर्मदापुर एवं हरदा जिले के किसानों को सिंचाई के लिए 23 मार्च को तवा डेम जाकर नहर में पानी छोड़ा था। वहीं, 15 दिनों तक नहर का पानी देने की घोषणा की गई हैं। उधर, किसानों की शिकायत के बाद कृषि विभाग के अधिकारी अमले की कमी की वजह से कार्रवाई नहीं कर पाने की बात कह रहे हैं।
जिले में अब तक करीब साढ़े चार हजार हेक्टेयर में मूंग की बोवनी की चुकी है। नहर से पानी मिलने के बाद किसानों ने बोवनी के काम में तेजी कर दिया है हैं। पिछले साल जिले में 50 हजार हेक्टेयर से अधिक की मूंग की बोवनी की गई थी। इस बार नहर एवं निजी जलस्रोत के माध्यम से करीब 60 हजार हेक्टेयर से अधिक रकबे में मूंग की बोवनी होने की संभावना है।
ग्रीष्मकालीन मूंग के सिंचाई मौसम के लिए जिला स्तरीय नियंत्रण कक्ष स्थापित किया जाएगा। सिंचाई विभाग के जिला स्तरीय कंट्रोल रूम स्थापित किया है। जिसका दूरभाष क्रमांक 07577-222065 है। किसानों का कहना है कि इस नंबर पर कोई फोन नहीं उठाता है। एसपी मनीष अग्रवाल कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए किसानों को हिदायत दी थी। उन्होंने किसानों से कहा था कि नहर से सिंचाई के लिए पानी लेने के मामले में कानून व्यवस्था खराब न हो, यह सभी किसान सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि पिछले वर्ष कुछ किसानों ने अपने स्वार्थ के लिए नहर से बिना अनुमति के पानी खोलने की घटनाएं सामने आई थी।इस तरह की घटना इस साल न हों,सभी यह सुनिश्चित करें।