एक ऐसा चोर गिरोह जिसमें वाकायदा मिलती थी सैलरी, करोड़ों के वाहन चुराकर यह बेचते थे कबाड़ में, गैंग के 10 बदमाश पुलिस की गिरफ्त में
मोहसीन चोरी की गई बाइक या स्कूटी को अपने गुप्त ठिकानों पर ले जाता और वहां काटकर उसके पुर्जे अलग करता था
जयपुर। पुलिस ने एक ऐसे चोर गिरोह को पकड़ा है जिसके बदमाश कॉर्पोरेट कंपनी के तरीके से वारदातों को अंजाम देते थे। वारदात को अंजाम देने के बाद गैंग का सरगना इन्हें इंसेंटिव के रूप में सैलरी बांटता था गैंग इतनी शातिर है कि चोरी से लेकर हर काम के एक्सपर्ट बदमाशों को अलग-अलग मंथली पैकेज पर रखा हुआ था। इस चोर गिरोह के गुर्ग वाहन चुराने से लेकर उसे ठिकाने लगाने, फिर उसके पार्टस काटकर बेचने और बचे हुए माल को डंप करने में एक्सपर्ट हैं। शास्त्री नगर थाना पुलिस ने कार्रवाई कर गिरोह के 10 बदमाशों को पकड़ा है। इनके कब्जे से पुलिस ने भारी मात्रा में कबाड़ में तब्दील बाइक, स्कूटी, बैट्री, ई-रिक्शा सहित कबाड़ में तब्दील हो चुके वाहन बरामद किए हैं।
हर बदमाश के पास था अपना टास्क : पुलिस गिरफ्त में आये सभी बदमाशों के पास वाहन चोरी से लेकर, वाहन को काटने और बाजार में स्क्रेप के रूप में बेचने का काम था। इस गैंग को इरफान और मोहम्मद मोहसीन ऑपरेट कर रहे थे। गिरफ्तार मोहम्मद हासिल कुरैशी, इमरान, भूरा, जीलु करैशी, रवि राठौड़ के पास दिन और रात में वाहनों की रैकी करने और मौका पाकर चुराने का काम था। गैंग का सरगना इरफान भी वारदात करने के लिए कई बार इन लड़कों के साथ जाया करता था।
वाहन चोरी करने के बाद उसे ठिकाने लगाने का काम मोहम्मद मोहसीन के पास था। मोहसीन चोरी की गई बाइक या स्कूटी को अपने गुप्त ठिकानों पर ले जाता और वहां काटकर उसके पुर्जे अलग करता था। इसके बाद खुद के लोडिंग वाहन से अलग-अलग जगहों पर सप्लाई किया करता था। इमरान उर्फ इम्मू का काम इरफान के साथ मिल कर कबाड़ हुए माल को कबाड़ी तक पहुंचाने का था। वहीं जगदीश कुमार उर्फ जग्गी और इमरान कुरैशी स्क्रैप माल को खरीदने और फिर उसे आगे सेल आउट करने का काम करते थे।
इरफान ने तनख्वा पर रखे हुए थे लड़के पूछताछ में आरोपी इरफान ने बताया कि गिरोह के लड़कों को बाकायदा तनख्वाह पर रखा हुआ था। एक लड़के को एक हजार रुपए डेली की सैलरी दी जाती थी। इसके लिए एक वाहन चुराने का टास्क भी देता था। सप्लाई के लिए 1 हजार से 2 हजार में लड़के काम करते, जो कबाड़ हुए माल को बताये गये स्थान तक पहुंचाते थे। आरोपी इरफान और मोहम्मद मोहसिन ने कई लड़कों को पैसे का लालच देकर चोरी के काम में मिला रखा था।
अबतक करोड़ों के वाहनों को बनाया कबाड़
आरोपी पुलिस या किसी झंझट से बचने के लिए वाहनों को सीधा सेल नहीं करते थे। चुराए गए वाहनों को मकान में ही काट कर कबाड़ में तब्दील कर दिया जाता था। इनके कब्जे से करीब 90 दुपहिया वाहनों के इंजिन मिले हैं। इसके अलावा सैकड़ों बैट्रियां और कबाड़ का सामान मिला है। पुलिस ने अनुमान लगाया है कि आरोपी अबतक करोड़ों के वाहन चुराकर कबाड़ में तब्दील कर चुके हैं। प्रारंभिक जांच में आरोपियों ने बताया कि उन्हें खुद मालूम नहीं अब तक कितने वाहनों को ठिकाने लगाया है। आरोपियों से पूछताछ में आगे और खुलासे होंगे।
साभार सच्चा लेखन