मकड़ाई समाचार जयपुर। हाथों में कुल्हाड़ी-डंडे, चौकस लेकिन आशंकित नजरें। 4-4 की टोली में घर से निकलना और रातभर बारी-बारी से पहरेदारी… पिछले सात दिनों से सांऊ गांव और उसके आसपास की ढाणियों के लोगों की दिनचर्या बदल चुकी है। पहले जहां निश्चिंतता और बेफिक्री थी, अब चौबीस घंटे जंगल से निकलकर जमवा रामगढ़ क्षेत्र में घूम रहे बाघ एसटी-24 का पता लगाने में वन विभाग नाकाम रहा है। हाल यह है कि टीम 6 दिन बाद भी उसे ट्रैक नहीं कर पाई है। विभाग का ट्रैकिंग सिस्टम फेल होने से स्थानीय लोगों में दहशत का माहौल है। वन विभाग टीम ने यहां कांकड़ की ढाणी, खोड़ों की ढाणी, नंदीआला की ढाणी, भृतहरि मंदिर समेत आसपास इलाके में करीब 12 किलोमीटर तक पड़ताल की।राजधानी से 25 किलोमीटर दूर जमवा रामगढ़ वन अभयारण्य क्षेत्र में घूम रहे बाघ एसटी-24 का अभी तक पुख्ता सुराग नहीं लगा है। वह मवेशियों को शिकार बनाता जा रहा है और वन विभाग की टीम उसके पगमार्क खंगाल रही है।स्थानीय युवक ने बताया कि पहाड़ के समीप आंगनबाड़ी संचालित हो रही है। इसमें 30 से ज्यादा बच्चे पैदल ही पढऩे आते है। उन पर खतरा मंडरा रहा है। इतना ही नहीं, भृतहरि मंदिर में आने वाले भक्तों पर भी खतरा है। यहां भी बाघ ने एक मवेशी का शिकार किया था।
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