किसानों के लिये खुशखबरी : हरदा मंडी में ट्रैक्टर-ट्राली पहुँचने हेतु पिल्याखाल से राष्ट्रीय राजमार्ग तक बनेगी सड़क, बोले कृषि मंत्री कमल पटेल
मकड़ाई समाचार हरदा। हरदा में रेलवे डबल फाटक की ट्रेफिक समस्या से निजात दिलाने हेतु अब कृषि मंत्री कमल पटेल ने पिल्याखाल से रास्ता निकालने का तय किया है। इसके लिये 16 अप्रैल को स्थानीय विधायक कृषि मंत्री कमल पटेल स्थल का निरक्षण करेगें। विधायक प्रतिनिधि अशोक गुर्जर ने बताया की पिल्याखाल से सड़क नेशनल हाईवे पर आने के बाद बिना बाधा के पूरे शहर में एक रिंग रोड बन रहा है। जिसके लिए कृषि मंत्री जी सतत् प्रयास कर रहे है। इस हेतु कृषि मंत्री ने साबरमती रिवर फ्रंट कार्पोरेशन के महाप्रबंधक जगदीश भाई पटेल से दूरभाष पर चर्चा की है। साबरमती रिवर फ्रंट की टीम शिघ्र ही हरदा आ रही है जिससे वह टिमरन और अजनाल नदी के किनारे से रास्ता निकालने हेतु गुप्तेश्वर फ्रंट विकास परियोजना पर हरदा जिला प्रशासन को मार्गदर्शन करेगें। अगर अजनाल के किनारे रिंग रोड बनता है तो शहर में इस अजनाल नदी किनारे सौंदर्यीकरण ओर यह नदी गन्दगी बदबू से मुक्त हो सकती है। यह रास्ता मसनगांव रोड़ पर निकलेगा, इसके चलते इंदौर रौड, कलेक्टर आफिस, पिल्याखाल, टिमरनी रोड़ से पुनः डबल फाटक होते हुए टिमरन नदी अंडर पास रिंग रोड़ पूरा हो जायेगा। 16 अप्रैल हनुमान जयंती पर इस पूरे मार्ग का इंदौर रोड़ स्थित हनुमान मंदिर के दर्शन कर पूरे रिंग रोड का स्थल निरिक्षण कृषि मंत्री कमल पटेल करेगें.एवं जहाँ जो निर्माण कार्य किया जाना संभावित लगेगा वह मंडी बोर्ड सड़क निधि से सड़क निर्माण करवाने हेतु निर्देशित करेगें।
गुप्तेश्वर फ्रंट विकास परियोजना के प्रयासो से फिर शहर के नागरिकों की एक बार उम्मीद जगी है। शहर में इस अजनाल नदी किनारे सौंदर्यीकरण ओर यह नदी गन्दगी बदबू से मुक्त हो सकती है। वही शहर से निकलकर नदी में जाने वाले गन्दे पानी की निकासी को लेकर भी अगर कदम उठाये तो यह नदी का पानी साफ स्वच्छ तो रहेगा ही। लोग नदी किनारे सुबह शाम सुकुन के दो पल भी जाकर बिता सकते है।
भाजपा पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष द्वारा इस अजनाल नदी के उत्थान व पिकनिक स्पॉट बनाने के नाम पर लाखों रुपया खर्च कर चुकी है। लेकिन वह सब भ्रस्टाचार की भेंट चढ़ गए। लेकिन वर्तमान में अब देखना है। कि कृषि मंत्री कमल पटेल व जिला प्रशासन सोच समझकर पारदर्शिता के साथ कदम उठाकर शहर की सुंदरता में चार चांद लगाने के कामयाब होंगे या नही।