Lockdown Again in 2022 : देश में कोरोना के केस एक बार फिर बढ़ने लगे हैं। दिल्ली, यूपी, कर्नाटक समेत 10 राज्य ऐसे हैं जहां खतरे के संकेत मिल रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को इस मुद्दे पर राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक की। सभी पक्षों को सुनने के बाद पीएम मोदी ने राज्यों को संबोधित किया और बताया कि आगे क्या रणनीति अपनाई जाना चाहिए।
पीएम मोदी ने कहा, इंफ्रास्ट्रक्चर के अपग्रेड का काम तेजी से चलता रहे, ये सुनिश्चित करना चाहिए। बिस्तर, वेंटिलेटर और पीएसए ऑक्सीजन प्लांट जैसी सुविधाओं के लिए हम काफी बेहतर स्थिति में हैं लेकिन ये सुविधाएं कार्यांवित रहे, हमें ये भी सुनिश्चित करना होगा।
पीएम मोदी ने कहा, Test, Track और Treat की हमारी स्ट्रैटेजी को भी हमें उतने ही प्रभावी तौर पर लागू करना है। आज कोरोना की जो स्थिति है उसमें ये जरूरी है कि अस्पतालों में भर्ती मरीजों में जो हमारे गम्भीर इन्फ्लूएंजा के केस हैं, उनका शत प्रतिशत RT-PCR टेस्ट हो।
सभी योग्य बच्चों का जल्द से जल्द टीकाकरण हमारी प्राथमिकता है। इसके लिए पहले की तहर स्कूलों में विशेष अभियान चलाने की जरूरत भी होगी। टीचर्स और माता-पिता इसे लेकर जागरूक रहें, हमें ये भी सुनिश्चित करना होगा। सभी योग्य बच्चों का जल्द से जल्द टीकाकरण हमारी प्राथमिकता है। इसके लिए पहले की तरह स्कूलों में विशेष अभियान चलाने की जरूरत भी होगी। टीचर्स और माता-पिता इसे लेकर जागरूक रहें, हमें ये भी सुनिश्चित करना होगा। तीसरी लहर के दौरान हमने हर दिन 3 लाख से अधिक केस देखे। हमारे सभी राज्यों ने इन्हें हैंडल भी किया और बाकी सभी सामाजिक, आर्थिक गतिविधियों को भी गति दी। हमारे वैज्ञानिक और विशेषज्ञ नेशनल और ग्लोबल स्थिति को लगातार मॉनिटर कर रहे हैं। उनके सुझावों पर हमें pre-emptive, pro-active और collective approach के साथ हमें काम करना होगा। संक्रमण को शुरुआत में ही रोकना हमारी प्राथमिकता पहले भी थी, आज भी यही रहना चाहिए।
पीएम ने कहा, मार्च में हमने 12-14 वर्ष के बच्चों के लिए टीकाकरण शुरु कर दिया था।कल 6-12 वर्ष के बच्चों के लिए भी को-वैक्सीन टीके की अनुमति मिल गई है। सभी योग्य बच्चों का जल्द से जल्द टीकाकरण हमारी प्राथमिकता है। इसके लिए पहले की तहर स्कूलों में विशेष अभियान चलाने की जरूरत भी होगी। टीचर्स और माता-पिता इसे लेकर जागरूक रहें, हमें ये भी सुनिश्चित करना होगा। सभी योग्य बच्चों का जल्द से जल्द टीकाकरण हमारी प्राथमिकता है। इसके लिए पहले की तरह स्कूलों में विशेष अभियान चलाने की जरूरत भी होगी। टीचर्स और माता-पिता इसे लेकर जागरूक रहें, हमें ये भी सुनिश्चित करना होगा।
पीएम मोदी ने कहा, ये स्पष्ट है कि कोरोना की चुनौती अभी पूरी तरह टली नहीं है। ओमिक्रोन और उसके सब वैरिएंट्स किस तरह गम्भीर परिस्थिति पैदा कर सकते हैं,ये यूरोप के देशों में हम देख सकते हैं। हमारे देश में लंबे समय के बाद स्कूल खुले हैं। ऐसे में कोरोना केस के बढ़ने से परिजनों की चिंता बढ़ रही है। कुछ स्कूलों से बच्चों के संक्रमित होने की खबरें आ रही हैं। संतोष का विषय है कि ज्यादा से ज्यादा बच्चों को वैक्सीन का कवच मिल रहा है।
पीएम मोदी ने कहा, बीते 2 वर्षों में कोरोना को लेकर ये हमारी 24वीं मीटिंग है। कोरोना काल में जिस तरह केंद्र और राज्यों ने मिलकर काम किया, उसने कोरोना के खिलाफ देश की लड़ाई में अहम भूमिका निभाई है।
बैठक में पीएम मोदी का संबोधन
बैठक में सभी पक्षों को सुनने के बाद पीएम मोदी ने कहा कि कोरोना महामारी अभी पूरी तरह खत्म नहीं हुई है। हमने देखा है कि कई देशों में इसके नए वेरिएंट आए हैं। भारत में हम कोरोना को काबू करने में सक्षम रहे हैं। कुछ राज्यों में जिस तरह के केस बढ़े हैं, उससे हमें अलर्ट करने की जरूत है।
प्रधानमंत्री की बैठक शुरू
कोरोना पर विभिन्न राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बैठक निर्धारित समय (12 बजे) शुरू हो गई है। मुख्यमंत्री वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए जुड़े हैं।
स्कूल बंद करने की भी जरूरत नहीं
वायरोलाजिस्ट और वेल्लोर स्थित क्रिश्चियन मेडिकल कालेज (सीएमसी) के पूर्व प्रोफेसर डा. टी जैकब जान जान ने बढ़ते मामलों के बीच स्कूल बंद करने की परिपाटी को भी गलत बताया। उन्होंने कहा कि स्कूलों को बंद करने की जरूरत नहीं है। स्कूल खुले रहने चाहिए। अगर केस मिलते हैं तो उनसे मामले दर मामले के हिसाब से निपटना जाना चाहिए। एक सवाल पर उन्होंने नए वैरिएंट के उभरने की आशंका को भी खारिज किया।
मास्क लगाते रहना जरूरी
जाने माने वायरोलाजिस्ट और वेल्लोर स्थित क्रिश्चियन मेडिकल कालेज (सीएमसी) के पूर्व प्रोफेसर डा. टी जैकब जान ने कहा कि मास्क लगाना सबसे जरूरी है। मास्क नहीं पहनना सबसे पहला अपराध है। मैं इससे बहुत निराश हूं कि विशेषज्ञ और नीति निर्माता लोगों से बातचीत तो कर रहे हैं, लेकिन उन्हें मास्क पहनने के फायदों के बारे में नहीं बता रहे।
कोरोना की चौथी लहर की आशंका नहीं
जाने माने वायरोलाजिस्ट और वेल्लोर स्थित क्रिश्चियन मेडिकल कालेज (सीएमसी) के पूर्व प्रोफेसर डा. टी जैकब जान के मुताबिक, देश में कोरोना महामारी की चौथी लहर आने की संभावना बहुत ही कम है। जहां तक उनकी जानकारी है किसी भी राज्य ने कोरोना के मामलों में उछाल की रिपोर्ट नहीं दी है। मार्च और अप्रैल में कोरोना की स्थिति कमजोर ही बनी रही और बहुत कम मामले पाए गए। जैकब जान ने कहा कि भारत में अब कोरोना महामारी स्थानिक बीमारी का रूप ले रही है, यानी कुछ हिस्सों तक ही सिमट रही है। ऐसी स्थिति में हमेशा मामलों में कमी होने की ही उम्मीद नहीं होती है। कभी-कभी मामले बढ़ते भी हैं। दिल्ली में एक हजार मामले मिलने का मतलब है कि एक लाख पर पांच केस।
कोरोना के ताजा आंकड़े
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा बुधवार सुबह जारी आंकड़ों के अनुसार, देश में बीते 24 घंटों में कोरोना के 2,927 नए मामले सामने आए हैं और 2,252 मरीज ठीक हुए हैं। अभी देश में कोरोना के 16,279 सक्रिय मरीज हैं। राष्ट्रीय दैनिक सकारात्मकता दर 0.58% है।
बीजिंग में दो करोड़ से ज्यादा लोगों की कोरोना जांच कराएगा चीन
चीन की राजधानी बीजिंग में अधिकारियों ने करीब दो करोड़ दस लाख निवासियों की व्यापक स्तर पर कोरोना जांच कराने की तैयारी की है। अधिकारी बीजिंग में ओमिक्रोन वैरिएंट के प्रसार को रोकने के लिए संघर्ष कर रहे हैं। उन्हें डर है कि यहां भी शंघाई की तरह का लाकडाउन लागू करने की नौबत न पैदा हो जाए। सोमवार को 35 लाख से ज्यादा लोगों की जांच के बाद बीजिंग में 21 पाजिटिव मामले मिले। इसके साथ ही पिछले कुछ दिनों के दौरान मिले मामलों की कुल संख्या 155 हो गई।
इस अवधि में सक्रिय मामलों में 886 की कमी आई है और वर्तमान में इनकी संख्या 15,636 रह गई है जो कुल मामलों का 0.04 प्रतिशत है। दैनिक संक्रमण दर 0.55 प्रतिशत और साप्ताहिक संक्रमण दर 0.58 प्रतिशत है। मरीजों के उबरने की दर 98.75 प्रतिशत पर बनी हुई है और मृत्युदर बढ़कर 1.22 प्रतिशत हो गई है।
इस दौरान 1,399 मौतें दर्ज की गई हैं, जिनमें 1,347 मौतें अकेले असम हैं जिन्हें नए नियमों के अनुसार कोरोना से मौत की श्रेणी में शामिल किया गया है। इसके अलावा केरल में पहले हुई 47 मौतों को भी कोरोना से मौत में शामिल किया गया है।
देश में मंगलवार को कोरोना के आंकड़े
देश में कोरोना के नए मामलों में एक दिन पहले के मुकाबले कुछ कमी आई है। मंगलवार सुबह आठ बजे के आंकड़ों के मुताबिक बीते 24 घंटे में 2,483 मामले मिले हैं, एक दिन पहले 2,541 केस पाए गए थे।
