भोपाल : सपाक्स के एक राजनैतिक पार्टी के रुप मे मैदान मे उतरने के बाद भाजपा-कांग्रेस की मुश्किलें कम होने का नाम नही ले रही है। विधानसभा चुनाव से पहले एक बार फिर सपाक्स सरकार को चुनौती देने जा रहा है। एट्रोसिटी एक्ट पर भारत सरकार द्वारा कोई कार्रवाई नहीं किए जाने को लेकर अब सपाक्स महाआंदोलन करने वाला है।सपाक्स के अध्यक्ष हीरालाल त्रिवेदी ने बताया कि सरकार द्वारा कोई कार्रवाई ना किए जाने के बाद सपाक्स बड़े आंदोलन की तैयारी में है। यदि संसद का विशेष सत्र बुलाकर उक्त कार्रवाई नहीं की गई तब प्रदेश 24 अक्टूबर से लगातार एक बड़ा आंदोलन खड़ा किया जाएगा, जिसकी जिम्मेदारी सरकार होगी। उन्होंने कहा कि सपाक्स ने मांग है कि संसद का विशेष सत्र बुलाकर एट्रोसिटी एक्ट में 2016 और 2018 में जो संशोधन किए गए हैं, वे तत्काल वापस लिए जाएं। एक्ट में यह व्यवस्था की जाए कि आईपीसी के समान जो जमानती अपराध है वो जमानती ही रहें। जाँच के पहले गिरफ्तारी नही हो। अग्रिम जमानत की धारा 498 भी बहाल की जाए। यदि एट्रोसिटी एक्ट में मुकदमे झूठे पाए जाते हैं तब रिपोर्ट करता के विरुद्ध भी दाण्डिक कार्रवाई का प्रावधान किया जाए। जो पक्ष अपने सम्मान की क्षति उठाता है, उसे मुआवजा देने की व्यवस्था भी की जाए।


