मकड़ाई समाचार उज्जैन। सांदीपनि नगर की एक महिला ने सोने की दो अंगूठी सोमवार को भूलवश कचरे में फेंक दी थी। पता चलने वे अपने भाई के साथ नगर निगम के कचरा ट्रांसफर स्टेशन पहुंचीं। घंटेभर कचरे में ढूंढने पर दोनों अंगूठी मिल गई। अंगूठियों की कीमत 40 हजार रुपये बताई है। परिवार ने सहयोग के लिए डोर टू डोर कचरा कलेक्शन करने वाली ग्लोबल कंपनी के कर्मचारियों का आभार माना है।
परिवार ने कर्मचारियों को पुरस्कृत करने और उनके बच्चों को पाठ्य सामग्री देने की घोषणा की है। घटना वल्लभ नगर निवासी सीमा पति महिपाल सिंह के साथ हुई। बताया कि वे ढांचा भवन में रहने वाले अपने भाई विश्वविनायक सिंह सेंगर घर आई थीं। रविवार रात आटा गूंथने के लिए उन्होंने तीन सोने की अंगूठियां निकाल पानी से भरे लोटे में डाल दी थी। काम की व्यस्तता के बाद वह अंगूठियां निकालना भूल गईं।
सोमवार सुबह भाभी नीतू ने वह पानी गीले कचरे वाले डिब्बे में डाल दिया। इस दौरान उन्हें एक अंगूठी नजर आ गई, जिसे निकाल कर रख लिया। सीमा को अंगूठी दी तो पता चला कि दो अंगूठियां और थी। सेंगर ने नगर निगम के सुपरवाइजर जसवंत सिंह से संपर्क कर संबंधित क्षेत्र में आए कचरा कलेक्शन वाहन के ड्राइवर से संपर्क किया।

ड्राइवर ने उन्हें बताया कि अन्य कचरा भी एकत्रित हो जाने की वजह से अब वह सीधे एमआर-5 स्थित ट्रांसफर स्टेशन पर आकर अंगूठियां ढूंढ सकते हैं। सेंगर सहित सभी परिजन वहां पहुंचे तो कलेक्शन वाहन के कर्मचारियों ने उनका सहयोग किया और घंटेभर में दोनों अंगूठी मिल गई। सेंगर ने बताया कि कचरे में कुछ तरबूज के छिलके और छोले भटूरे भी डाले थे। जैसे ही कचरे के ढेर के बीच तरबूज के छिलके दिखे तो उसके पास दोनों अंगूठी मिल गई।