मकड़ाई समाचार भोपाल। श्राद्ध पक्ष में पितरो को प्रसन्नता के उनके परिवार के लोगो द्वारा नित्य श्राद्ध किया जाता हैं जिसमें भोजन व तर्पण दान आदि कराया जाता है ताकि पितृ तृप्त हो। यह सनातन संस्कृति की विशेषता है जहां हम अपने पितरो को प्रत्येक वर्ष श्राद्ध पक्ष में 16 दिन तक उनकी सेवा करते है। इस वर्ष 10से 25 सितंबर तक श्राद्ध पक्ष मनाया जा रहा हैं। जिसमें पवित्र नदियों में स्नान तर्पण और घरों मंे भोग प्रसाद और दान किया जा रहा है। श्राद्ध पक्ष में गाय,कुत्ता और कौए को भोग कराये जाने का विशेष महत्व बताया गया है।
अमावस्या पर दान का बहुत ही महत्व है
श्राद्ध पक्ष के अंतिम दिन अमावस्या पर गुड़ का दान करना चाहिए। इससे पितरो को संतुष्टि मिलती है। परिवार में प्रसन्नता आती है।सर्व पितृ अमावस्या पर नमक का दान भी जरूर करना चाहिए।पितृ पक्ष अमावस्या पर जरूरतमंद को गेहूं और चावल का दान करें।दान देने से व्यक्ति को मनोवांछित फल की प्राप्ति होती हैगाय का घी दान करने से शुभ फल की प्राप्ति होती है। गाय का पूजन करने से ही जीवन में सभी बाधाएं दूर होती है। सर्व पितृ अमावस्या के दिन गाय के घी का दान जरूर करना चाहिए। ऐसा करने से पितर खुश होते हैं और परिवार में सुख-समृद्धि का वास होता है।अमावस्या के दिन काले तिल का दान करने से सभी संकट दूर होते
