नई दिल्ली। नवजोत सिंह सिद्धू पर अकाली दल की नेता हरसिमरत कौर बादल ने पलटवार किया है। हरसिमरत कौर बादल ने कहा कि सिद्धू सिखों की भावनाओं के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं। सिद्धू पाकिस्तान गए और वहां पर जाकर जनरल बाजवा को गले लगाते हैं, वो पाकिस्तान में दुश्मन के साथ दोस्ती निभाने चले गए, लेकिन देश की भावनाओं का उन्होनें कोई ख्याल नहीं रखा। कांग्रेस के मंत्री ने दुशम्न को गले लगाकर देश के साथ गद्दारी की है। जब सारा देश एकसाथ था तो सिद्धू ने बॉर्डर पार जाकर दुश्मन को गले लगाना जरुरी समझा। सिद्धू को पता था कि सारा देश उनके पाकिस्तान जाने का विरोध कर रहा है, इसी के चलते उन्होनें करतारपुर साहिब कॉरिडोर का मुद्दा उठाया ताकि उनको सिखों का साथ मिल सके। सिद्धू इस तरह करके सिखों की भावनाओं के साथ खेल रहे हैं और देश को भी गुमराह कर रहे हैं।
हरसिमरत कौर बादल ने कहा कि करतारपुर क़रिडोर पर सिद्धू सिर्फ अपनी सियासत चमकाने की कोशिश कर रहे हैं। जब पाकिस्तान की तरफ से किसी तरह का लिखित बयान नहीं आया है तो सिद्धू किस बिनाह पर कह रहे हैं कि पाकिस्तान करतारपुर कॉरिडोर खोलने के लिए तैयार है। पाकिस्तान ने अभी तक भारतीय विदेश मंत्रालय ने इस बारे में कोई बातचीत नहीं की है।
सुषमा स्वराज ने सिद्धू को लगाई फटकार
कल यानी सोमवार को सिद्धू ने विदेश मंत्री सुषमा स्वराज से मुलाकात की। लेकिन हरसिमरत कौर बादल ने इस मुलाकात के बारे में कहा कि सिद्धू जबरदस्ती सुषमा स्वराज से मिलने पहुंच गए, जबकि उन्हें मिलने का वक्त भी नहीं दिया गया था। हरसिमरत कौर ने कहा कि सुषमा स्वराज ने सिद्धू को फटकार लगाई है कि वो पाकिस्तान में जाकर दुश्मन को गले लगाते हैं, फिर किस तरह की कोई उम्मीद रखते हैं। सुषमा स्वराज ने कहा कि उन्हें पाकिस्तान की तरफ से करतारपुर कॉरिडोर खोलने के बारे में कोई आधिकारिक सूचना नहीं मिली है। अगर पाकिस्तान की तरफ से कोई बयान आता है तो हम उसपर विचार करेंगे।
सियासत चमका रहे सिद्धूः हरसिमरत कौर बादल
हरसिमरत कौर बादल ने नवजोत सिद्धू पर पलटवार करते हुए कहा कि सिद्धू सिखों की भावनाओं के साथ खेल रहे हैं। जब पाकिस्तान की तरफ से कोई कागजी बयान आया ही नहीं है तो वो सिर्फ हवाई बाते करके कैसे कह सकते हैं कि पाकिस्तान करतारपुर कॉरिडोर खोलने के लिए तैयार है। हरसिमरत कौर बादल ने कहा कि सिद्धू करतारपुर क़रिडोर के बहाने अपनी सियासत को चमकाने की कोशिश कर रहे हैं। सिद्धू की केवल हवाई बातों से कॉरिडोर नहीं खुलेगा।


