ब्रेकिंग
हरसूद : सनातन धर्म भारत में अपनी पताका लगातार फहराएगा, इसलिए वनवासी क्षेत्र आया हूं। : बागेश्वरधाम ... आज दिनांक 24 सितंबर 2023 का राशिफल, जानिए आज क्या कहते है आपके भाग्य के सितारे 10 हजार के अंदर पाएं टॉप 5G स्मार्टफोन, कीमत के साथ फीचर्स भी है नंबर वन, देखिए लिस्ट Fixed Deposit Scheme : खुश हुए इन बैंकों के खाताधारक, 399 दिनों की एफडी पर मिल रहा ज्यादा ब्याज Harda big news: फर्जी वसीयत बनाने वाले आरोपियों को 7 साल की जेल,10 हजार जुर्माना Harda Big News : छिपाबड़ जीतू पंडित मर्डर केस, सिर में गोली मारकर हत्या करने वाला मुख्य शूटर गिरफ्ता... Harda News : गुरव समाज ने श्री महर्षि दधीचि की जयंती महोत्सव, धूमधाम से मनाया बाइक रैली निकाली। Harda News : ‘खेलो एमपी यूथ गेम्स’’ के तहत जिला स्तरीय खेल प्रतियोगिताएं 24 सितम्बर को | Harda News : ‘‘विकास रथ’’ 24 सितम्बर को से टिमरनी क्षेत्र की पंचायतों का भ्रमण कर विकास कार्यों की ज... Harda : किसानों की समस्याओं के समाधान के लिए कृषि मंत्री कमल पटेल ने जारी किया टोल फ्री नंबर |

मिशन 2019: 75+ की टेंशन नहीं, आडवाणी समेत बड़े बुजुर्ग भी लड़ सकते हैं चुनाव!

 लोकसभा चुनाव 2019 के लिए राजनीतिक गलियारे में हलचल अभी से शुरू हो चुकी है। सभी राजनीतिक पार्टियों ने अभी कमर कस ली है और साथ ही सांसदों में अपने टिकट को लेकर चिंता शुरू हो गई है। तीन राज्यों में हार का सामना करने वाली भाजपा इस बार पुराने चेहरों को सामने रख कर चुनाव लड़ सकती है या वरिष्ठ नेताओं को मैदान में उतार सकती है। इकोनॉमिक्स टाइम्स की खबर के मुताबिक भले ही मोदी सरकार लरिष्ठ नेताओं को मंत्री न बनाए लेकिन वो उनसे चुनाव लड़वा सकती है।

भाजपा के एक सीनियर नेता के हवाले से अखबार ने बताया कि भाजपा में 75 साल की उम्र में भले ही नेता मंत्री न बन सकें लेकिन उनपर चुनाव लड़ने की पाबंदी नही हैं। ऐसे में लालकृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी समेत भाजपा के कई वरिष्ठ नेता एक बार फिर से चुनावी मैदान में दमखम दिखा सकते हैं। वहीं इस बार कई चेहरे बदले भी जा सकते हैं और इसके लिए भाजपा-आरएसएस ने काम भी शुरू कर दिया। आरएसएस ने उत्तर प्रदेश के सभी जिलों में अपने प्रभारी नियुक्त किए हैं, जो सांसदों को लेकर जनता की राय पर रिपोर्ट-कार्ड पेश करेंगे। इसी रिपोर्ट कार्ड के आधार पर भाजपा उम्मीदवारों का चयन करेगी।वहीं भाजपा अभी अपने बागी नेताओं जैसे- पटना साहिब से सांसद शत्रुघ्न सिन्हा को लेकर भी कोई प्रतिक्रिया नहीं दे रही है। शत्रु के बयान से कई बार भाजपा की फजीहत भी हुई लेकिन पार्टी की तरफ से कोई टिप्पणी नहीं की गई। अब भाजपा सिन्हा पर क्या फैसला लेगी तो बाद में ही पता चलेगा। दूसरी तरफ भाजपा के कई नेताओं ने लोकसभा चुनाव 2019 लड़ने से इंकार कर दिया है, जिनमें विदेश मंत्री सुषमा स्वराज और कैबिनेट मंत्री उमा भारती शामिल हैं। भाजपा किसी भी सूरत में फिर से सत्ता में आना चाहती है और इसके लिए वह अपने बड़े-बुजुर्गों को आगे रखने पर विचार कर सकती है।

This website uses cookies to improve your experience. We'll assume you're ok with this, but you can opt-out if you wish. Accept Read More

Don`t copy text!