जमीन से ही आकाश में उड़ते दुश्मन को पल भर में ढूंढकर नेस्तनाबूद करने की ताकत भी भारत के पास है। रविवार को एयरफोर्स डे की फुल ड्रैस रिहर्सल के अवसर पर इसराईली तकनीक पर आधारित स्पाइडर राडार की पहली झलक देखने को मिली। कुछ माह पहले वायुसेना के बेड़े में शामिल स्पाइडर को सोमवार को एयरफोर्स डे पर पहली बार पूरे देश के सामने लाया जाएगा। जून माह में ही स्पाइडर के नवीनतम संस्करण को वायुसेना में शामिल किया गया है।
वायुसेना अधिकारियों के अनुसार स्पाइडर (स्पेस टू एयर पाइथॉन एंड डर्बी) रेंज में आने वाले विमान, मिसाइल, ड्रोन समेत किसी भी उपकरण को पल भर में मार गिराएगा। स्पाइडर एक लो लैवल क्विक रिएक्शन मिसाइल सिस्टम है जो 100 किलोमीटर की दूरी से ही दुश्मन को ढूंढ निकालता है। साथ ही 700 मीटर प्रति सैकेंड की गति से 15 किलोमीटर के दायरे में 20 मीटर से 9,000 मीटर तक की ऊंचाई के बीच आने वाले विमान, ड्रोन अथवा किसी भी अन्य दुश्मन को चंद पलों में मार गिरा सकता है। इसमें पाइथॉन-5 नामक इसराईली मिसाइल और डर्बी नामक राडार है। डर्बी दुश्मन को खोजता है तो पाइथॉन-5 उसे तबाह करने का काम करता है। वहीं राडार में भारतीय मिसाइल आकाश का भी प्रयोग किया जा सकता है।


