अनिल उपाध्याय
खातेगांव नेमावर के नर्मदा तट पर मंगलवार को गंगा दशहरा महापर्व होने के कारण मालवा अंचल सहित कई प्रांतों से बड़ी संख्या में श्रद्धालु अपने संसाधनों के साथ मां नर्मदा में आस्था की डुबकी लगाने पहुंचे जहां मां नर्मदा की पूजा अर्चना करने के पश्चात सिद्धेश्वर महादेव का जल अभिषेक कर सुख समृद्धि की मंगल कामना की श्रद्धालुओं की सुरक्षा और सुविधा को दृष्टिगत रखते हुए प्रशासनिक व्यवस्था चाक-चौबंद रही विद्वान पंडितों की माने तो भारतीय संस्कृति में गंगा दशहरे महापर्व का काफी महत्व माना गया है धार्मिक मान्यता अनुसार आज ही के दिन मां गंगा का धरती पर अवतरण हुआ था कि मां नर्मदा और गंगा का मिलन इसी दिन हुआ था इसी कारण आज मां गंगा और नर्मदा में स्नान ध्यान करने का काफी धार्मिक महत्व माना गया है अलप सुबह से ही श्रद्धालुओं का मां नर्मदा के तट पर पहुंचना प्रारंभ हो गया था दोपहर तक लगभग 50 हजार से अधिक श्रद्धालु नेमावर की नर्मदा तक पहुंच चुके थे। और श्रद्धालुओं का आने का क्रम लगातार जारी था। शाम तक श्रद्धालु नेमावर के नर्मदा तक पहुंचते रहे।जहां उन्होंने मां नर्मदा में स्नान कर पूजन ध्यान किया।
मान्यता के अनुसार इस दिन मां नर्मदा और गंगा का मिलन होता है इसके चलते स्नान का महत्व बढ़ जाता है नर्मदा में डुबकी लगाने से गंगा जी में स्नान करने जितना फल मिलता हे। श्रद्धालुओं की सुरक्षा और सुविधा को दृष्टिगत रखते हुए घाटों पर प्रशासनिक व्यवस्था चाक-चौबंद रही नगर परिषद के अध्यक्ष कृष्ण गोपाल अग्रवाल नगर परिषद के अमले के साथ पूरे समय घाटों पर मौजूद रखकर व्यवस्था संभालते नजर आए, नेमावर थाना प्रभारी राजाराम वास्कले पुलिस बल के साथ घाटों पर सुरक्षा व्यवस्था में तैनात दिखे। एक लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने गंगा दशहरा पर्व पर नर्मदा में स्नान किया।
