प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को वैश्विक द्विवार्षिक निवेश सम्मेलन वाइब्रेंट गुजरात के नौंवे संस्करण का उद्घाटन किया। सम्मेलन में दो देशों के राष्ट्रपति चार प्रधानमंत्री और बड़ी संख्या में उद्योग क्षेत्र के नेता भाग ले रहे हैं। सरकार ने दावा किया कि 125 देशों के 36 हजार से अधिक प्रतिनिधि और 26 हजार से ज्यादा कंपनियां भाग लेंगी।
पीएम मोदी ने इस दौरान उज्बेकिस्तान के राष्ट्रपति से भी मुलाकात की। दोनों राष्ट्रों के बीच समझौता ज्ञापन पर भी हस्ताक्षर किए गए। वहीं मोदी ने माल्टा के प्रधानमंत्री जोसेफ मस्कट का भी गुजरात समिट में स्वागत किया। भारत के प्रमुख उद्योगपतियों में मुकेश अंबानी, उदय कोटक, कुमार मंगलम बिड़ला, गोतम अदाणी, आदि गोदरेज और पंकज पटेल के भी इस सम्मेलन में भाग लेने की उम्मीद है। वैश्विक कंपनियों में से बीएएसएफ, डीपी वर्ल्ड, सुजूकी, वेनगार्ड और कुछ अन्य कंपनियों के शीर्ष अधिकारी इसमें भाग लेंगे।
बता दें कि इस सम्मेलन की शुरुआत साल 2003 में बतौर राज्य का सीएम रहते मोदी ने की थी। तब से अब तक आठ समिट हो चुके हैं, जिसमें हज़ारों करोड़ों के एमओयू (मेमोरैंडम ऑफ अंडरस्टैंडिंग) और निवेश की घोषणा चर्चा का विषय बनते आ रहे हैं। ब्रिटेन के साथ किए गए समिट में गोबर गैस प्लांट और सोलर प्लांट जैसे प्रोजेक्ट पर एमओयू हुए थे। इसके बाद साल 2003 में समिट का स्वरूप बदल गया और इसे बड़े स्तर पर किए जाने की घोषणा हुई।
