लोकसभा चुनाओं के मद्देनजर तृणमूल कांग्रेस प्रमुख और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी शनिवार को संयुक्त विपक्षी रैली करने जा रही है। इस रैली के लिए ममता विपक्ष के नेताओं को एकजुट करने की कोशिश में जुट गई है। वहीं रैली से एक दिन पहले कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने मुख्यमंत्री के समर्थन में चिट्ठी लिखी है।
कांग्रेस अध्यक्ष ने लिखा कि पूरा विपक्ष एकजुट है, मैं एकता और आशा के इस मौके पर ममता दीदी को अपना समर्थन देता हूं और आशा करता हूं कि हम एक साथ एकजुट भारत का एक शक्तिशाली संदेश भेजें। बनर्जी ने घोषणा की है कि यह एक ऐतिहासिक रैली होगी। लोकसभा चुनावों में सभी विपक्षी दल एक होकर चुनाव लड़ेंगे। यह देश की राजनीति में एक नया मोड़ होगा।
इस विशाल रैली में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, एच डी कुमारस्वामी, एन. चंद्रबाबू नायडू, पूर्व प्रधानमंत्री एच डी देवगौड़ा, पूर्व मुख्यमंत्री फारुक अब्दुल्ला, उमर अब्दुल्ला और अखिलेश यादव, राष्ट्रीय जनता दल (राजद) नेता तेजस्वी यादव, द्रविड़ मुनेत्र कडग़म (द्रमुक) के एम के स्टालिन के अलावा भाजपा के असंतुष्ट सांसद शत्रुघ्न सिन्हा शामिल होने वाले हैं। लोकसभा में विपक्ष के नेता एवं कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खडग़े और पार्टी नेता अभिषेक मनु सिंघवी भी रैली में हिस्सा लेंगे।

वहीं बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के महासचिव सतीश चंद्र मिश्रा, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) प्रमुख शरद पवार, राष्ट्रीय लोक दल (रालोद) के अजित सिंह, पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा और अरुण शौरी, पाटीदार नेता हार्दिक पटेल, दलित नेता जिग्नेश मेवाणी और झारखंड विकास मोर्चा के बाबूलाल मरांडी भी तृणमूल प्रमुख के साथ मंच साझा करते दिखेंगे। अरुणाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री जेगांग अपांग भी इस रैली में शामिल होंगे।