बिहार में लोगों ने एक बार फिर कानून अपने आथ में लिया है। बिहार के कैमूर में 2 दिन पहले ट्रेन से एक दलित युवती की गिरकर मौत हो जाने पर जमकर हंगामा हो रहा है। लड़की की मौत से आक्रोशित ग्रामीणों ने रामगढ़ थाने पर हमला कर दिया। ग्रामीणों ने पहले पथराव किया और फिर थाने में आग लगा दी। यही नहीं थाने में खड़े आधा दर्जन वाहनों को भी आग के हवाले कर दिया गया। हालात को काबू करने के लिए मौके पर भारी पुलिस बल भेजा गया है। 2 दिन पहले एक दलित युवती की ट्रेन से गिरकर मौत हो गई थी। लेकिन ग्रामीणों ने आरोप लगाया था कि पहले लड़की के साथ बलात्कार किया गया और फिर उसकी हत्या कर दी गई है। लेकिन पुलिस ने इस मामले में अपने तरीके से मुकदमा दर्ज किया और जांच शुरू कर दी। किसी भी आरोपी की गिरफ्तारी ना होने से शुक्रवार को ग्रामीण भड़क गए। इस घटना को लेकर उनमें खासा आक्रोश था। जिसके चलते उन लोगों ने रामगढ़ थाने पर धावा बोल दिया। वहां पथराव किया और फिर आगजनी की। गुस्साई भीड़ ने वहां खड़े लगभग आधा दर्जन वाहनों में भी आग लगा दी।
गुस्साए ग्रामीण मांग रहे थे कि पीड़ित परिवार को 25 लाख रुपये का मुआवजा दिया जाए। साथ ही पीड़ित परिवार के किसी एक सदस्य को सरकारी नौकरी दी जाए। इस घटना को अंजाम देने वाले आरोपियों की गिरफ्तारी जल्द हो। इन सभी मांगों को लेकर ग्रामीणों ने थाने पर जमकर बवाल काटा। सूचना मिलते ही आला अफसर पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंच गए। भीड़ को तीतर बीतर करने के लिए पुलिस ने हवाई फायरिंग भी की। इस दौरान एक पुलिसकर्मी के घायल हो जाने की ख़बर भी आ रही है। हालात को काबू करने के लिए मौके पर आस-पास के 11 थानों का फोर्स बुलाया गया है। रामगढ़ थाना क्षेत्र में अब हालात काबू होने ही वाले थे कि हिंसा फिर से भड़क गई। इस दौरान मोहनिया के डीएसपी रघुनाथ सिंह घायल हो गए। उन्हें फौरन इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया।