कोलकाताः पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के नेतृत्व में नरेंद्र मोदी सरकार के खिलाफ शनिवार को होने जा रही विपक्ष की महारैली के लिए मंच पूरी तरह सज चुका है। यूनाइटेड इंडिया रैली के लिए ममता बनर्जी कोलकाता के ब्रिगेड मैदान रैली शुरू हो चुकी है। विपक्ष के कई नेता फिलहाल इसे संबोधित कर रहे हैं। इस रैली में विपक्षी दलों से समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव, डीएमके चीफ एमके स्टालिन, पूर्व भाजपा नेता अरुण शौरी, फारुक अब्दुल्ला, अखिलेश यादव, हार्दिक पटेल, तेजस्वी यादव,शरद यादव, अरविंद केजरीवाल के अलावा भी कई नेता शामिल हो रहे हैं। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी खुद इस रैली में शामिल नहीं हो रहे। इस ‘संयुक्त विपक्षी रैली’ में मंच पर 22 दलों के नेता मौजूद हैं। सभी दलों के नेता बारी-बारी से अपनी बात रख रहे हैं।
विपक्ष की इस महारैली को संबोधित करते हुए हार्दिक पटेल ने कहा- यह रैली बीजेपी के अंत की शुरुआत है। इस पाटीदार नेता ने कहा, ‘सुभाष बाबू गोरों से लड़े थे, मह सब चोरों से लड़ेंगे.’ उनके इस बयान को मोदी-शाह की जोड़ी पर निशाने की तरह देखा जा रहा है।
वहीं इस महारैली को संबोधित करते हुए जिग्नेश मेवाणी ने कहा, ‘भारत आपातकाल जैसे हालात से गुजर रहा है. बीजेपी और आरएसएस को रोकने के लिए 2019 काफी अहम साबित होने वाला है। मैं सारे क्षेत्रीय पार्टियों को एक मंच पर लाने के लिए ममता जी का धन्यवाद करता हूं।

सांप्रदायिक ताकतों को जवाब देंगे क्षेत्रीय दल: हेमंत सोरेन
झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने इस रैली में जनता को संबोधित करते हुए कहा कि क्षेत्रीय दल सांप्रदायिक ताकतों को जवाब देंगे। उन्होंने कहा कि बीजेपी सरकार में दलितों और आदिवासियों का शोषण हुआ है।
पूर्व केंद्रीय वित्त मंत्री यशवंत सिन्हा ने कहा कि अगर प्यार की भाषा बोलना पाकिस्तानी एजेंट होना है, तो क्या हमें बोला छोड़ देना चाहिए। मैंने पहले भी कहा है कि राष्ट्र कठिन दौर से गुजर रहा है। उन्होंने कहा, ‘मुझे अपने जीवन में कुछ नहीं चाहिए। केवल एक लड़ाई बाकी है। इस सरकार को सत्ता से बाहर करना है। विकास नहीं ये ‘विनाश’ है।
मोदी सरकार को किसी भी कीमत पर हटाना होगाः अरुण शौरी
बीजेपी के पूर्व नेता अरुण शौरी ने मोदी सरकार की आलोचना करते हुए कहा कि हम अकेले होकर लड़गें तो मोदी सरकार को देश बर्बाद करने से नहीं रोक पाएंगे। अगर हम गुजरात में भी एक साथ मिलकर लड़े होते तो परिणाम कुछ और होते। उन्होंने कहा कि इतना झूठ बोलने वाली सरकार इससे पहले कभी नहीं आई। उन्होंने कहा कि सरकार को हटाने के लिए एक लक्ष्य रखना होगा। मोदी भी जानते हैं कि उनकी सरकार हिल गई है, इसलिए मोदी सरकार को किसी भी कीमत पर हटाना होगा।