रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने एक बार फिर राफेल सौदे को लेकर विपक्ष पर हमला बोला। उन्होंने पूछा कि क्या विपक्षी दल कॉरपोरेट प्रतिद्वंद्विता में प्यादे बन गए हैं और क्या 36 लड़ाकू विमानों की खरीद नाकाम की जा रही है।
सीतारमण ने जन-जागरुकता एवं नीति निर्धारण संस्थान की ओर से आयोजित लेक्चर सीरीज में यह बात कही। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार के सत्ता में आने के बाद से रक्षा मंत्रालय के गलियारों से बिचौलियों को दूर रखने की पूरी कोशिश की गयी है। रक्षा मंत्री ने कहा कि वह चाहती हैं कि अंतरराष्ट्रीय कॉरपोरेट प्रतिद्वंद्विता में शामिल हुए बिना जितना हो सके इस बहस के हर पहलू को विस्तार से बताया जाए।
सीतारमण ने कहा कि सरकार को लगातार धौंस जमाने के लिए, लोगों के बीच लगातार झूठ फैलाने के लिए और लोगों को गलत सूचना देने के लिए हम कॉरपोरेट के प्यादे नहीं बन सकते। उन्होंने ‘राफेल सौदे के बारे में भारत के सामरिक हित’ पर एक संगोष्ठी में विपक्ष से सवाल करते हुए कहा कि क्या भारत का हित आपके एजेंडा में शीर्ष पर है या आप किसी तरह की कॉरपोरेट प्रतिद्वंद्विता में भागीदार बन रहे हैं। क्या आपका उद्देश्य इस खरीद को नाकाम करने का है? यदि यह उद्देश्य खरीद रोकने का है? तो फिर यह राष्ट्र का अहित है।
