वित्त मंत्रालय में सोमवार को हलवा सरेमनी के साथ ही बजट 2019 के दस्तावेज की छपाई का काम औपचारिक रूप से शुरू हो गया। आम बजट 2019 के संबंधित दस्तावेजों की छपाई का काम शुरू होने से पहले राज्य मंत्री शिव प्रताप शुक्ला ने हलवा समारोह आयोजित किया। कार्यक्रम में सचिव डीईए सुभाष गर्ग और एमओएस रोड ट्रांसपोर्ट और हाईवे पोन राधाकृष्णन भी शामिल हुए। इसके साथ ही, करीब 100 कर्मियों का बजट पेश होने तक नॉर्थ ब्लॉक से निकलना बंद हो जाएगा।
क्या है हलवा रस्म?
हर साल बजट को अंतिम रूप देने से कुछ दिन पहले नॉर्थ ब्लॉक में वित्त मंत्रालय के ऑफिस में एक बड़ी कढ़ाई में हलवा बनाया जाता है। वित्त मंत्री खुद इस कार्यक्रम में भाग लेते हैं। हालांकि, इस वर्ष वित्त मंत्री अरुण जेटली बीमारी की वजह से इस समारोह में शामिल नहीं हो पाए। हलवा बनाने की रस्म काफी पहले से ही चली आ रही है। इसके पीछे कारण यही है कि हलवे को काफी शुभ माना जाता है और शुभ काम की शुरुआत भी मीठे से की जाती है।
सीक्रेट बजट
बजट के सभी डॉक्युमेंट्स चुनिंदा अधिकारी ही तैयार करते हैं। इस प्रक्रिया में इस्तेमाल होने वाले सभी कंप्यूटर्स को दूसरे नेटवर्क से डीलिंक कर दिया जाता है। बजट पर काम कर रहा लगभग 100 लोगों का स्टाफ करीब 2 से 3 हफ्ते नॉर्थ ब्लॉक ऑफिस में ही रहता है। कुछ दिन उनको बाहर आने की इजाजत नहीं होती।

नॉर्थ ब्लॉक के बेसमेंट स्थित प्रिंटिंग प्रेस में बजट से जुड़े अधिकारी और कर्मचारी लगभग लॉक कर दिए जाते हैं। बजट की प्रिंटिंग का काम भी यहीं होता है। बजट को सीक्रेट रखने के पीछे का मकसद इसे लीक होने से बचाना होता है। संसद में बजट पेश होने के बाद ही ये अधिकारी बाहर आ पाते हैं।