मकड़ाई एक्सप्रेस 24 हरदा / इंदौर : राजनीतिक सरगर्मियों के बीच एक बड़ी खबर सामने आ रही है। जिसको लेकर पूर्व में भी मकड़ाई एक्सप्रेस द्वारा बार बार प्रशासन को बताने की कोशिश की है कि वर्तमान समय जो वातावरण का है इसमें मच्छरो की संख्या में रोजा इजाफा हो रहा हैं जिससे एक भयानक रोग की आहट हो रही हैं। जिले की ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में मच्छरो रोधी तरीको अपनाना चाहिए और जागरुकता के लिए स्थानीय स्तर पर कार्य करना जरुरी है। डेंगू के मरीज बढ़ रहे है जिनका इलाज निजी क्लिनिक और ग्रामीण क्षेत्रों में डाक्टर कर रहे है मगर इनका सरकारी रिकार्ड न होने से पता नही चल पा रहा है कि मरीज कितने हैं। वहीं निजी जांच महंगी होने के कारण मरीज आयुर्वेदिक और घरेलू दवाओ का सहारा ले रहें हैं प्रशासन को एक फिर बताना चाहते है कि आज भी शहर में घरों के आस पास गंदा पानी जमा है जो कि साफ नही हो रहा हैं। कई प्लाटों में घरों की निकासी का गंदा पानी भरा हुआ है जो कि साफ न होने मच्छर आदि पनप रहे है।
मरीजों की संख्या ने पिछले साल से ज्यादा है –
इंदौर। जिले में डेंगू के मरीजों की संख्या में लगातार वृद्धि हो रही है। इससे स्वास्थ्य विभाग की चिंता बढ़ गई है। जागरूकता अभियान का भी कोई खासा असर नजर नहीं आ रहा है। इस बार डेंगू के मरीजों की संख्या ने पिछले साल से ज्यादा है 243 है जबकि विगत वर्ष यह 224 थी।अभी तक स्वास्थ्य कर्मचारियों द्वारा 68 हजार घरों का सर्वे किया जा चुका है। इनमें से 1505 घरों में लार्वा पाया गयाए जिसे नष्ट करने की कार्रवाई की गई। विशेषज्ञों के मुताबिकए डेंगू में मरीज को तेज बुखार, सिर दर्द, आंखों में दर्द होना ,उल्टी आना और मसूड़ों से खून निकलना आदि लक्षण होते हैं। यदि ऐसे कोई लक्षण पाए जाते हैं तो विशेषज्ञ की सलाह लें।
सावधानी में ही सुरक्षा हैं –
आमजन को भी चाहिए कि अपने घरों के आसपास गंदगी और कचरा जमा न होने दे वही अपने घरों के आसपास खाली प्लाटो में गंदा पानी जमा हो रहा है तो इसकी जानकारी नगरपालिका को दे। क्योंकि यह संक्रमण की बिमारी है अगर एक व्यक्ति को होता है तो उसके परिवार के दूसरे सदस्यों को भी तकलीफ शुरु हो जाती हैं। घरो में पानी को जमा नही होने दे कूलर आदि का पानी बदलते रहे। जमा पानी में मच्छर और लार्वा को पनपने नही दे।सावधानी में ही सुरक्षा है ऐसा जानकर अच्छा और ताजा भोजन ही सेवन करें रात का रखा या बासी भोजन न करे। ताजी व हरी सब्जियों का इस्तेमाल करे। बिमार होने पर तुरत चिकित्सक को दिखाए मन से कोई भी मेडिकल से लेकर खुद का इलाज न करें।