यौन शोषण के तमाम आरोपों के बीच सीनेट से नियुक्ति की पुष्टि होने के कुछ ही घंटे बाद ब्रेट कावानाह ने अमेरिका के सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश के रूप में शपथ ली। सीनेट की सुनवाई और कावानाह के शपथ ग्रहण के दौरान बड़ी संख्या में लोग कैपिटोल हिल पर प्रदर्शन करते रहे। 53 वर्षीय कावानाह की नियुक्ति की पुष्टि सीनेट में 50-48 मतों से हुई।
पद संभालने के बाद कावानाह का कहना है कि नियुक्ति की पुष्टि से पहले के घटनाक्रमों को लेकर उनके दिल में कोई ‘‘कड़वाहट नहीं’’ है और वह देश के अन्य न्यायाधीशों के साथ मिलजुल कर काम करेंगे। सप्ताहांत पर सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश बनने के बाद सोमवार को व्हाइट हाउस में आयोजित एक कार्यक्रम में कावानाह ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट नौ लोगों की टीम है और मैं इस टीम के साथ हमेशा मिलजुल कर काम करुंगा। सीनेट की पुष्टि की प्रक्रिया विवादास्पद और भावुक थी। वह प्रक्रिया खत्म हो गई है।
उन्होंने कहा कि अब मेरा ध्यान सर्वश्रेष्ठ न्यायाधीश बनने पर है। मैं कृतज्ञता से यह पद लेता हूं और मेरे दिल में कोई कड़वाहट नहीं है। इस बीच, राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पुष्टि की प्रक्रिया के दौरान कावानाह और उनके परिवार को हुए भयानक दुख उन्हें उन्हें पहुंची पीड़ा के लिए सभी देशवासियों की ओर से उनसे माफी मांगी। उन्होंने सोमवार को व्हाइट हाउस में आयोजित एक समारोह में कहा कि हमारे देश की तरफ से मैं ब्रेट और पूरे कावानाह परिवार से उन्हें मिले भयानक दुख और पीड़ा के लिए माफी मांगता हूं।’’
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चौधरी मोहन गुर्जर, मध्यप्रदेश के ह्र्दयस्थल हरदा के जाने माने वरिष्ठ पत्रकार है, आप सतत 15 वर्षो से पत्रकारिता के क्षेत्र में अपनी सेवायें देते आ रहे है, आपकी निष्पक्ष और निडर लेखनी को कई अवसरों पर सराहा गया है