हरदा: जनसुनवाई में एडीएम के विवादित बोल , क्या घर घर गॉव गॉव खुलवा दु खरीदीं केंद्र, किसानों ने लगाया आरोप

गेंहू उपार्जन केंद्र सिराली से जोड़ने रामपुरा के किसानों ने एडीएम को जनसुनवाई में दिया आवेदन
हरदा/ जनसुनवाई केंद्र का उद्देश्य ही जनता की समस्याओं को सुनना ओर उसका निराकरण करना है। यहां लगने वाले जनता के दरबार मे जिले के सभी विभाग के जिम्मेदार अधिकारी उपस्थित रहते है। जिनका मकसद ओर उद्देश्य पीड़ित व्यक्ति की सहायता करना उचित मार्गदर्शन देना होता है। लेकिन जब जिम्मेदार अधिकारी पीड़ित व्यक्तियों से शालीनता से सहजता से बात नही सुनेगा । तो जनता न्याय के इस मंदिर में किस आशा और बिस्वाश के साथ आयेगी।प्रशासन का खुला दरबार प्रति मंगलवार हरदा जिला कलेक्ट्रेड कार्यालय में लगता है।जहां जिले के मुखिया दूरदराज गॉव से आने वाले लोगो की समस्याओं को सुनकर उनका निराकरण करते है। लेकिन मंगलवार को जिलाधीश की अनुपस्थिति में जनसुनवाई में जिम्मेदार अधिकारी के विवादित बोल से किसानों में नाराजगी है।

क्या है मामला
नजारा था मंगलवार के दिन जिला कलेक्ट्रेड कार्यालय में जनसुनवाई कक्ष का जहा सिराली तहसील के करीबी ग्राम रामपूरा जो कि अब सिराली नगर पंचायत में भी शामिल हो चुका है। यहां के आधा दर्जन किसानों ने गेहूं उपार्जन केंद्र सिराली में गांव के किसानों को जोड़ने की मांग को लेकर हरदा पहुचे थे। किसानों ने मकड़ाई समाचार को कहा कि मंगलवार को रामपुरा के उपसरपंच सुनील पटेल, किसान दुर्गेश चौहान , अनिल राजपूत, पदम् सिह बिक्रम सिंह ने जिला जनसुनवाई केंद्र पहुँचे। जहा उन्होंने एडीएम बाबूलाल कोचले को आवेदन देकर अपनी समस्या बताई। ग्रामीणों ने कहा कि पूर्व में रामपुरा का उपार्जन केंद्र सिराली ही था। लेकिन बर्ष 2010 11 में परिसीमन उपरांत उनका गांव उपार्जन केंद्र पीपल्या में सम्मिलित कर दिया। ग्राम रामपुरा से पीपल्या की दूरी 10 किलोमीटर है। और सिराली उपार्जन केंद्र महज 1 किलोमीटर जिसके कारण समय धन का व्यय किसानों को उठाना पड़ता है। उल्लेखनीय है कि पिछले दिनों जब रामपुरा जिलाधीश ओर एडीएम गए थे। तब किसानों ने यह बात उनके सामने रखी थी। उस समय स्वयं एडीएम साहेब ने ही आवेदन देने की बात कही और आज जब आवेदन देने आए तो जिम्मेदार अधिकारी के ऐसे बोल क्या घर घर गॉव गांव केंद्र खुलवा दु क्या कहकर किसानों को अपमानित किया गया। जिसकी ग्रामीणों ने निदा की।
धूपकरण के किसानों को भी दिया ऐसा ही जबाब
सिराली तहसील के ग्राम धुपकरण के एक दर्जन किसानो ने भी आज जनसुनवाई में ग्राम धुपकरण में अतिरिक्त समर्थन मूल्य पर गेहूं खरीदी केंद्र खोलने की मांग की । किसान नेंनसिह पटेल सहित आधा सैकड़ा ग्रामीणों के हस्ताक्षर युक्त आवेदन पत्र के साथ किसानों ने अपना दुखड़ा सुनाते हुए मकड़ाई समाचार को बताया कि हम सभी किसान धुपकरण से आये है। हमारा गेंहू उपार्जन खरीदी केंद्र रहटा कला है। जो गांव से काफी दूर है। साथ ही रहटा कला केंद्र पर हमेशा किसानों की भीड़ रहती है। हम सभी किसानों ने जब आवेदन दिया तो साहेब ने हमे यह कहा कि क्या गांव गांव केंद्र खुलवा दु। जिससे किसानों को निराश होकर लौटना पड़ा। जिम्मेदार एडीएम साहेब ने उन्हें भी ऐसा ही जबाब दिया जिसके कारण किसानों में नाराजगी व आक्रोश है।
पहले भी कई बार विवादों में रहे चुके एडीएम
ज्ञात हो कि यह कोई पहला मामला नही इसके पहले भी कई बार उनके विवादित बोल से माहौल गरमा चुका है। यहां तक कि तू तड़ाक ओर झूमा झटकी तक का माहौल भी कई बार बना है। निजी शिक्षा विभाग पदाधिकारियों का एक मामला तो न्यायालय में विचाराधीन है।
जिसमे रिपोर्ट तक दर्ज हो चुकी है। जब भी कोई संग़ठन या कोई अन्य समस्याओं को लेकर आता है। तो इन जिम्मेदार अधिकारी के बोल इस परिसर में गूंजे है। जो हमेशा चर्चा का विषय रहा है।