भोपाल: प्रदेश के ग्रामोद्योग मंत्री हर्ष यादव ने एक पत्रकार वार्ता में कहा कि ‘शिवराज सरकार में किसानों को कर्ज़ देने के नाम पर बड़ा घोटाला हुआ है। ये घोटाला उनके व्यापम घोटाले से भी बड़ा हो सकता है। उन्होंने कहा कि इस पूरे मामले की व्यापक जांच करायी जाना चाहिए। यादव ने कहा कि ‘मध्य प्रदेश में शिवराज सरकार के दौरान किसानों को कर्ज़ बांटने का घोटाला अरबों रुपए का हो सकता है। ये लोन सहकारी समितियों के ज़रिए बांटा गया था।
यादव के अनुसार उनके गृह जिले सागर में ही लगभग सभी सहकारी समितियों में किसानों को कर्ज के नाम पर गुमराह किया गया। जिसमें समिति प्रबंधक और अध्यक्ष से लेकर सहकारिता विभाग के अफसर और बीजेपी नेताओं की मिलीभगत की भी बताई गई। जांच की जाए तो यह घोटाला अरबों का साबित होगा।
मंत्री ने कहा कि कमलनाथ सरकार की कर्जमाफी योजना के दौरान ये घोटाले सामने आ रहे हैं। किसानों का नाम उपयोग कर ऐसे कई लोगों ने कर्ज़ ले लिया जो उसके हक़दार थे नहीं। किसानों को इसका पता तब चला जब उनके पास बैंकों से लोन रिकवरी के नोटिस पहुंचे। जय किसान ऋण माफी योजना के अंतर्गत पंचायत में चस्पा की गई लिस्ट में उनका भी नाम है जिन्होंने कभी कर्ज नहीं लिया। ये सारा लोन शिवराज सरकार के वक्त बांटा गया है।
