ब्रेकिंग
Harda news: गुम हुई नाबालिग को 48 घण्टे में नहीं खोज पाई पुलिस, अनिश्चितकालीन धरने का आज दूसरा दिन, ... MP Assembly Election 2023 : BJP की दूसरी लिस्ट आई सामने, 3 केंद्रीय मंत्री और 4 सांसदों को टिकट Big News : सिराली में अभिजीत शाह के नेतृत्व में जंगी प्रदर्शन, अर्द्धनग्न होकर पहुंचे तहसील कार्यालय... संत महर्षि दधीचि जयंती बगीचा बनाने का संकल्प लिया शिवसेना, पेड़ों पर कुल्हाड़ी चलाने से नहीं बनेगा क... कांग्रेसियों का अनोखा विरोध प्रदर्शन, कांग्रेसियों ने शहर के बीच चांद वाली सड़क पर खाट डालकर, पेड़ ल... ग्राम हापला में क्षतिग्रस्त पुलिया से विद्यार्थियों को स्कूल जाने में हो रही परेशानी के विरोध में अभ... पं. प्रदीप मिश्रा की खण्डवा की शिवपुराण कथा चुनाव आचार संहिता के कारण निरस्त : शीघ्र ही कथा होगी। Harda News : दावे आपत्तियों के निराकरण के बाद ही आंगनवाड़ी कार्यकर्ता की चयन सूची जारी होती है MP Election News : टिकट मिलने से हैरान विजयवर्गीय PM मोदी पर ये क्या बोल गए, जानें Harda News : ‘‘विकास रथ’’ में फिल्म देखकर ग्रामीण ले रहे हैं विकास कार्यों की जानकारी

Mahatma Gandhi: गांधी जी ऐसे मनाते थे अपना जन्मदिन

नई दिल्ली: राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 150वीं जयंती दो अक्टूबर पर सरकार और गांधीवादी संस्थाओं की तरफ से जहां वर्ष भर देश-दुनिया में कई कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं, वहीं बड़ा सवाल यह है कि क्या गांधीजी भी अपना जन्मदिन मनाते थे? और मनाते थे तो कैसे मनाते थे? यदि नहीं मनाते थे तो उस दिन आखिर वह करते क्या थे?

वयोवृद्ध गांधीवादी रामचंद्र राही कहते हैं, ‘‘शायद गांधीजी जन्मदिन नहीं मनाते थे, लेकिन लोग उनके जन्मदिन का जश्न मनाते थे।’’उन्होंने 100 साल पहले गांधी के कहे कथनों का जिक्र करते हुए कहा, ‘‘आज से 100 साल पहले, जब वर्ष 1918 में गांधीजी ने अपना जन्मदिन मनाने वालों से कहा था ‘मेरी मृत्यु के बाद मेरी कसौटी होगी कि मैं जन्मदिन मनाने लायक हूं कि नहीं’।’’

फिर अपने जन्मदिन दो अक्टूबर को बापू करते क्या थे? देशभर में फैलीं गांधीवादी संस्थाओं की मातृ संस्था, गांधी स्मारक निधि के अध्यक्ष, रामचंद्र राही ने आईएएनएस से कहा, ‘‘यह गंभीर दिन होता था, इस दिन वह ईश्वर से प्रार्थना करते थे, चरखा चलाते थे और ज्यादातर समय मौन रहते थे। किसी भी महत्वपूर्ण दिन को वह इसी तरह मनाते थे।’’

लेकिन सरकार आज गांधी जयंती पर तरह-तरह के समारोह आयोजित कर रही है, चारों तरफ हंगाम है, पूरे सालभर कार्यक्रम चलने हैं। इसपर राही ने कहा, ‘‘सरकार तो कोई भी आयोजन अपने मतलब से करती है। उसे गांधी के विचारों से कुछ लेना-देना नहीं है। सरकार अपनी राजनीतिक महत्वाकांक्षा पूरी करने के लिए गांधी के नाम का इस्तेमाल करती है।’’

उन्होंने कहा, ‘‘अगर सरकार सचमुच गांधी का जन्मदिन मनाना चाहती है तो उसे गांधी के विचारों पर समाज को आगे ले जाने की कोशिश करनी चाहिए। लेकिन इसका लक्षण नहीं दिखता, वर्तमान सरकार गांधी को और गांधी के जन्मदिन को सफाई के साथ जोड़ती है।’’

गांधी जयंती के उपलक्ष्य में सरकार की तरफ से स्वच्छता अभियान चलाए जा रहे हैं। इस पर राही ने कहा, ‘‘अगर सफाई के बारे में सोचें तो पहला काम यह होना चाहिए कि देश में सफाई करने वालों को ऐसी सुविधाएं मुहैया कराई जानी चाहिए, जिससे उन्हें गटर में उतर कर सफाई न करनी पड़े। सफाईकर्मियों को मृत्यु के मुंह में धकेलना सरकार के लिए शर्म की बात है।’’

उन्होंने कहा, ‘‘सफाई महत्वपूर्ण काम है, लेकिन जबतक भारत में सफाईकर्मी एक खास समूह में रहेगा, उसके जीवन को कोई सुरक्षा नहीं मिल सकेगी। यह समाज के माथे पर कलंक है, यह कलंक नहीं मिटेगा, तो गांधी जयंती मनाने से कुछ नहीं होगा।’’गौरतलब है कि महात्मा गांधी का जन्म दो अक्टूबर, 1969 को गुजरात के पोरबंदर में हुआ था। गांधीजी का पूरा नाम मोहनदास करमचंद गांधी था।

This website uses cookies to improve your experience. We'll assume you're ok with this, but you can opt-out if you wish. Accept Read More

Don`t copy text!