प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा मानवाधिकार सिर्फ नारा नहीं बल्कि संस्कार होना चाहिए। लोक नीति का आधार होना चाहिए। पीएम शुक्रवार को राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग के स्थापना दिवस के रजत जयंती समारोह में हिस्सा लेने पहुंचे। जहां उन्होंने एक डाक टिकट और एनएचआरसी की वेबसाइट के नए संस्करण की शुरूआत की ।
पीएम ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि पिछले 4 वर्षों की ये बहुत बड़ी उपलब्धि रही है कि इस दौरान गरीब, वंचित, शोषित, समाज के दबे-कुचले व्यक्ति की गरिमा को, उसके जीवन स्तर को ऊपर उठाने के लिए गंभीर प्रयास हुए हैं। अब तक सवा करोड़ से अधिक भाई-बहनों को घर का अधिकार मिल भी चुका है।
पीएम ने कहा कि गरीब को खुले आसमान के नीचे, मौसम के थपेड़े सहने पड़े, ये भी तो उसके अधिकार का हनन ही है। इस स्थिति से उसको बाहर निकालने के लिए प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत हर बेघर-गरीब को आवास देने का अभियान चल रहा है। उन्होंने कहा कि शौचालय न होने की मजबूरी में गरीब भीतर ही भीतर अपमान महसूस करता था।


