नई दिल्लीः देश के सबसे बड़े सरकारी बैंक एसबीआई ने मार्जिन कॉस्ट ऑफ फंड बेस्ड लेंडिंग रेट (एमसीएलआर) में 0.05 फीसदी की बढ़ोतरी की है। इसके अलावा पीएनबी, एचडीएफसी लिमिटेड, आईसीआईसीआई बैंक ने भी ब्याज दरें बढ़ा दी हैं। इस फैसले के बाद अब होम, ऑटो और पर्सनल लोन की ईएमआई बढ़ जाएगी। आपको बता दें कि रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) की ब्याज दरों पर बैठक 4-5 अक्तूबर को होगी।
किस बैंक ने कितनी बढ़ाई ब्याज दरें
- एसबीआई ने मार्जिन कॉस्ट ऑफ फंड बेस्ड लेंडिंग रेट (एमसीएलआर) में 0.05 फीसदी की बढ़ोतरी की है।
- पीएनबी ने भी शॉर्ट टर्म लोन के लिए मार्जिनल कॉस्ट ऑफ फंड बेस्ड लेंडिंग रेट को 0.2 फीसदी बढ़ाया।
- एचडीएफसी लिमिटेड ने भी रिटेल प्राइस लेंडिंग रेट (आरपीएलआर) में तत्काल प्रभाव से 0.10 फीसदी की बढ़ोतरी की है। अलग-अलग स्लैब के लोन के लिए नई दरें 8.80 से 9.05 फीसदी के बीच होंगी।
- आईसीआईसीआई बैंक ने एमसीएलआर में 0.1 फीसदी का इजाफा किया है।
- क्या होता है MCLR
अप्रैल 2016 से सभी बैंकों की बेचमार्क दरें एमसीएलआर यानी मार्जिनल कॉस्ट ऑफ लेंडिंग रेट के आधार पर तय होती हैं। इसके पहले बैंकों के लोन की दरें बेस रेट पर तय की जाती थीं। अगर आपने 1 अप्रैल 2016 के पहले लोन लिया है, तो आपका लोन बेस रेट के आधार पर होगा।ऐसे तय होता है एमसीएलआर एमसीएलआर तय करने के लिए बैंक इन तथ्यों को ध्यान में रखते हैं
- ऑपरेटिंग खर्च
- सीआरआर मेंटनेंस खर्च
- सेविंग्स/करेंट/टर्म डिपॉजिट अकाउंट पर दिया जाने वाला ब्याज
- रेपो रेट
- नेटवर्थ पर रिटर्न
- टेन्योर प्रीमियम


