रायपुर। कहते हैं कि जाको राखे साइयां, मार सके ना कोय। ये कहावत 23 वर्षीय शुभम सिंह पर सटीक बैठती है। बीते आठ अक्टूबर को देर रात 12 बजकर 30 मिनट पर 23 वर्षीय युवक शुभम का दाहिना हाथ दुर्घटना में बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया। उसके दोस्तों उसे तत्काल आंबेडकर अस्पताल में 12 बजकर 45 मिनट पर लाए।
खून की नसें पूरी तरह से कट चुकी थीं। चमड़ी का हिस्सा भी जरा सा नहीं बचा हुआ था। खून का लगातार बहाव हो रहा था। इसके कारण युवक की हालत नाजुक हो गई। एक बजकर 10 मिनट पर युवक शुभम को ट्रामा यूनिट लाया गया। स्थिति को ठीक करने के लिए डॉ. केके साहू एसीआइ के ऑपरेशन थिएटर में भर्ती करने के लिए कहा
तत्काल युवक को खून चढ़ाया गया, ताकि स्थिति को सामान्य किया जा सके। खून की नस कटने के कारण हाथ में गैंग्रीन होने की संभावना बढ़ रही थी। स्थिति ऐसी थी कि हाथ काटना भी पड़ सकता था। हाथों की धमनी पूरी तरह से कट चुकी थी।
ऐसे में उसे जोड़ पाना संभव नहीं दिखाई दे रहा था। डॉ. केके साहू ने पैर की अतिरिक्त नसें काटकर हाथों में जोड़ीं। धमनी के लिए आर्टिफिशियल ग्राफ्ट मगवाकर जोड़ा गया। चार से पांच घंटे तक लगातार चलने वाला ऑपरेशन अंततः सफल रहा। डॉ. साहू ने बताया कि अब शुभम बेहतर है। उसका हाथ अच्छे तरह से वर्क कर रहा है। आज उसे डिस्चार्ज कर दिया जाएगा।
