भोपाल: विधानसभा चुनाव की तारीख घोषित होने के बाद सभी पार्टियां जोर-शोर से तैयारियों में लगी हुई हैं। इसके तहत कांग्रेस पार्टी ने अपना घोषणा पत्र तैयार कर लिया है। इसका नाम ‘वचनपत्र’ दिया गया है। घोषणा पत्र का नाम ‘वचनपत्र’ रखने का मुख्य कारण यह है कि कांग्रेस इस बार जनता से वादे नहीं बल्कि उन्हें वचन दे रही है, जिन्हें वे किसी भी कीमत पर पूरा करेगी। कांग्रेस के घोषणा पत्र में करीब 70 से ज्यादा पन्ने हैं। इस पत्र में किए गए वादे के अनुसार सरकार बनने के दस दिन के भीतर किसानों की कर्जमाफी, मंदसौर गोली कांड, बीते 15 साल में किसानों की आत्महत्या में बढ़ोतरी, प्रदेश में डेढ़ करोड़ बेरोजगारों के मुद्दे और उन्हें रोजगार दिलाए जाने के लिए किए जाने वाले उपायों का जिक्र किया गया है। यह घोषणा पत्र पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी की मौजूदगी में जारी किया जाएगा, लेकिन इसके जारी होने से पहले भाजपा ने कांग्रेस के घोषणा पत्र पर आपत्ति जताई है।
बता दें कि कुछ दिनों पहले राहुल गांधी ने सरकार बनने के दस दिन के अंदर प्रदेश के किसानों का कर्ज माफ करने का वादा किया था। इसके लिए पार्टी कार्यकर्ता गांव-गांव जाकर कर्ज से पीड़ित किसानों से उनके कर्ज की राशि जानकर उन्हें वचन पत्र भरकर दे रहे हैं, ताकी किसानों का कांग्रेस पर भरोसा बना रहे। इस वचन पत्र में किसका कितना कर्ज माफ करना है, यह राशि नाम सहित इस पत्र में लिखी है। लेकिन बीजेपी ने इस पर आपत्ति जताते हुए इसे आचार संहिता का उल्लंघन बताया है। भाजपा इसकी शिकायत चुनाव आयोग से करने की तैयारी में है। बीजेपी का आरोप है कि कांग्रेस वोटर्स को लालच देने की कोशिश कर रही है।


