तपेदिक (टीबी) की बीमारी से निजात पा चुके लोगों के एक समूह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर मांग की है कि निक्षय पोषण योजना के तहत धनराशि बढ़ाई जाए। मोदी को लिखे पत्र में ‘सर्वाइवर्स अगेंस्ट टीबी’ (एसएटीबी) ने टीबी के मरीजों के लिए हाल ही में घोषित प्रत्यक्ष लाभ अंतरण (डीबीटी) प्रावधान से जुड़ी चुनौतियों की तरफ उनका ध्यान आकृष्ट किया है।
एक अप्रैल को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने टीबी मरीजों की पोषण संबंधी जरूरतों का समर्थन करने के लिए निक्षय पोषण योजना की शुरुआत की थी। इसके तहत हर अधिसूचित टीबी मरीज के पूरे इलाज की अवधि में हर महीने 500 रुपए की वित्तीय सहायता दिए जाने का प्रावधान है। एसएटीबी ने कहा कि मरीजों को दी जाने वाली मासिक धनराशि नाकाफी है। इससे महीने भर के खाद्य पदार्थ नहीं खरीदे जा सकते।
एसएटीबी ने एक बयान में सरकार से मांग की कि वह इस मासिक राशि को बढ़ाकर दो हजार रुपए करे ताकि मरीज हर महीने खाद्य पदार्थ पर आने वाला खर्च वहन कर सकें। उन्होंने यह भी कहा कि योजना के बारे में ज्यादा जागरूकता नहीं है और मरीजों के परिवार इससे अनभिज्ञ हैं।
