नई दिल्ली: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद के ‘हिंदू’ बयान पर कांग्रेस और बीजेपी में शुरु हुआ घमासान थमने का नाम नहीं ले रहा है। भाजपा ने बृहस्पतिवार को कांग्रेस पर हिंदुओं की छवि खराब करने का आरोप लगाया और विपक्षी दल के नेता गुलाम नबी आजाद के इस बयान को ‘‘अपशब्द’’ बताया जिसमें उन्होंने कहा था कि चुनाव प्रचार के लिए उन्हें आमंत्रित करने वाले हिंदू उम्मीदवारों की संख्या में काफी कमी आई है। आजाद ने यह टिप्पणी अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (एएमयू) के एक कार्यक्रम में लखनऊ में की थी। उन्होंने भारतीय जनता पार्टी नीत सरकार में बदलते राजनीतिक माहौल की आलोचना करने के लिए संभवत: ऐसे बयान दिए थे।
भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा कि आजाद को चुनाव प्रचार के लिए कम संख्या में उम्मीदवारों द्वारा आमंत्रित करने का साधारण कारण कांग्रेस की घटती लोकप्रियता है। उन्होंने कहा कि इसके लिए आजाद ने हिंदू-मुस्लिम कोण का इजाद किया है। पात्रा ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘ये साधारण शब्द नहीं हैं। यह देश के धर्मनिरपेक्ष ताना-बाना और हिंदुओं को अपशब्द है। कांग्रेस द्वारा हिंदुओं के अपमान का यह एक और प्रयास है।’’ उन्होंने आजाद के इस आरोप को भी खारिज कर दिया कि भाजपा एएमयू को बदनाम कर रही है और कश्मीरी छात्रों को निशाना बना रही है। उन्होंने कहा कि अगर आतंकवादियों के लिए नमाज पढ़ी जा रही है तो इसकी निंदा होगी।
आपको बतां दे कि आजाद ने सर सैयद अहमद खां की जयंती के मौके पर आयोजित एक कार्यक्रम में कहा था कि 2014 में मोदी सरकार बनने के बाद डर का माहौल है। आजाद ने कथित तौर पर कहा था कि अब कांग्रेस के हिंदू उम्मीदवार भी उन्हें चुनाव में प्रचार के लिए नहीं बुलाते।


