ब्रेकिंग
Harda news: गुम हुई नाबालिग को 48 घण्टे में नहीं खोज पाई पुलिस, अनिश्चितकालीन धरने का आज दूसरा दिन, ... MP Assembly Election 2023 : BJP की दूसरी लिस्ट आई सामने, 3 केंद्रीय मंत्री और 4 सांसदों को टिकट Big News : सिराली में अभिजीत शाह के नेतृत्व में जंगी प्रदर्शन, अर्द्धनग्न होकर पहुंचे तहसील कार्यालय... संत महर्षि दधीचि जयंती बगीचा बनाने का संकल्प लिया शिवसेना, पेड़ों पर कुल्हाड़ी चलाने से नहीं बनेगा क... कांग्रेसियों का अनोखा विरोध प्रदर्शन, कांग्रेसियों ने शहर के बीच चांद वाली सड़क पर खाट डालकर, पेड़ ल... ग्राम हापला में क्षतिग्रस्त पुलिया से विद्यार्थियों को स्कूल जाने में हो रही परेशानी के विरोध में अभ... पं. प्रदीप मिश्रा की खण्डवा की शिवपुराण कथा चुनाव आचार संहिता के कारण निरस्त : शीघ्र ही कथा होगी। Harda News : दावे आपत्तियों के निराकरण के बाद ही आंगनवाड़ी कार्यकर्ता की चयन सूची जारी होती है MP Election News : टिकट मिलने से हैरान विजयवर्गीय PM मोदी पर ये क्या बोल गए, जानें Harda News : ‘‘विकास रथ’’ में फिल्म देखकर ग्रामीण ले रहे हैं विकास कार्यों की जानकारी

भारत दौरे से पहले श्रीलंका के PM ने चीन को दिया बड़ा झटका

कोलंबोः श्रीलंका ने प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे की भारत यात्रा से ठीक पहले चीन को बड़ा झटका देते हुए इसके साथ 300 मिलियन डॉलर के बड़े निर्माण सौदे को रद्द कर दिया है।  अब यह कार्य भारतीय कंपनी के सहयोग से किया जाएगा। विक्रमसिंघे की शनिवार को नई दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात प्रस्तावित है।  दोनों देशों के बीच सदियों पुराना सांस्कृतिक और राजनीतिक रिश्ता है। श्रीलंका में रहने वाली तमिल आबादी का भारतीय तमिलों के साथ रोटी-बेटी का संबंध है।

बीते अप्रैल में चीन की सरकारी रेलवे बीजिंग इंजीनियरिंग ग्रुप कंपनी को श्रीलंका के जाफना इलाके में 40 हजार घरों के निर्माण का ठेका मिला था। यह ठेका 300 मिलियन डॉलर (2,205 करोड़ भारतीय रुपये) का था। इस परियोजना के लिए चीन के एक्जिम बैंक ने धन मुहैया कराया था। लेकिन परियोजना पर कार्य शुरू होते ही जाफना की तमिल आबादी ने उसका विरोध शुरू कर दिया। लोग ईंटों से परंपरागत रूप से बने हुए मकान चाहते थे जबकि चीन की कंपनी कंक्रीट के मकान बना रही थी। जन विरोध के चलते कंपनी को कार्य रोकना पड़ा।

बुधवार को श्रीलंका सरकार के प्रवक्ता रजीता सेनारत्ने ने बताया कि जाफना में मकान बनाने के लिए केंद्रीय कैबिनेट ने नए प्रस्ताव को स्वीकृत कर दिया है। इस प्रस्ताव के तहत 28 हजार मकान बनाए जाएंगे। यह परियोजना 210 मिलियन डॉलर की होगी। परियोजना को भारतीय फर्म एनडी इंटरप्राइजेज और श्रीलंका की दो कंपनियां मिलकर पूरा करेंगी। बनने वाले भवन देश के उत्तरी भाग के लिए प्रस्तावित कुल 66 हजार मकानों की निर्माण परियोजना का हिस्सा होंगे। श्रीलंका सरकार की घोषणा के बाद बीजिंग में चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ल्यू कांग ने कहा, चीन और श्रीलंका का सहयोग आपसी हितों पर आधारित है।

उम्मीद है कि यह सहयोग उद्देश्यपूर्ण तरीके से आगे भी जारी रहेगा। चीन के साथ श्रीलंका के रिश्तों के आलोचकों का कहना है कि इसके चलते यह छोटा देश बुरी तरह से चीनी कर्ज में डूब गया है और उसे अपना स्वाभिमान बचाना मुश्किल हो रहा है। भारत इससे पहले श्रीलंका के उत्तरी इलाके में 44 हजार घर बनाकर दे चुका है। यह इलाका 26 साल तक चले गृहयुद्ध के चलते बुरी तरह से बर्बाद हो चुका है। हजारों लोग बेघर और बेरोजगार हैं।

This website uses cookies to improve your experience. We'll assume you're ok with this, but you can opt-out if you wish. Accept Read More

Don`t copy text!