नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आजादी के बाद से पुलिस के जवानों की ओर से दिए गए सर्वोच्च बलिदान के सम्मान में आज राष्ट्रीय पुलिस स्मारक (एनपीएम) राष्ट्र को समर्पित करेंगे। पीएम मोदी ने पुलिस स्मारक पर पहुंच कर जवानों को श्रद्धांजलि अर्पित की। प्रधानमंत्री मोदी के साथ केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह और भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी भी मौजूद हैं। राज्यों तथा केन्द्र शासित प्रदेश के पुलिसकर्मियों एवं केन्द्रीय पुलिस संगठनों का प्रतिनिधित्व करने वाला यह स्मारक यहां चाण्क्यपुरी में शांतिपथ के उत्तरी छोर पर 6.12 एकड़ भूमि पर बनाया गया है। चीनी सैनिकों द्वारा 1959 में लद्दाख में हॉट स्प्रिंग्स में मारे गए पुलिस जवानों की याद में प्रत्येक वर्ष 21 अक्तूबर को पुलिस स्मारक दिवस मनाया जाता है।
देश में 1947 से अब तक 34 हजार 844 पुलिसकर्मी शहीद हो चुके हैं जिनमें से 424 ने इसी वर्ष अपनी शहादत दी है। इनमें से कई बहादुर जवानों ने कश्मीर, पंजाब, असम, नगालैंड, मणिपुर, मिजोरम जैसे विभिन्न क्षेत्रों के साथ ही नक्सल प्रभावित क्षेत्रों और आतंकवाद के खिलाफ लड़ते हुए शहादत दी है। इसके अलावा बड़ी संख्या में पुलिस के जवान अपराध रोकने और कानून एवं व्यवस्था बनाए रखने के दौरान शहीद हुए हैं।
स्मारक स्थल पर 30 फुट ऊंचा पत्थर का खंभा है, जिसका वजन 238 टन है। इस पर सभी 34 हजार 844 पुलिस जवानों के नाम ग्रेनाइट पर लिखे गए हैं। इस दौरान राष्ट्र को एक पुलिस संग्रहालय भी समर्पित किया जाएगा जिसमें वे कलाकृतियां एवं अन्य बिन्दु भी शामिल हैं जिन्होंने भारतीय पुलिस के इतिहास को आकार दिया।
