नई दिल्ली: भारतीय थलसेना ने पाकिस्तानी थलसेना से कहा है कि वह रविवार को जम्मू के सुंदरबनी सेक्टर में नियंत्रण रेखा के पास हुई मुठभेड़ में मारे गए दो पाकिस्तानी ‘‘घुसपैठियों’’ के शव ले जाए। आधिकारिक सूत्रों ने यह जानकारी दी। नियंत्रण रेखा के पास थलसेना की ओर से घुसपैठ की कोशिश नाकाम करने के बाद हुई मुठभेड़ में रविवार को दो हथियारबंद पाकिस्तानी घुसपैठिये और तीन सैनिक मारे गए। थलसेना के एक अधिकारी ने नाम का खुलासा नहीं करने की शर्त पर रविवार को बताया कि माना जा रहा है कि मारे गए घुसपैठिये बॉर्डर एक्शन टीम (बैट) के सदस्य थे जिसमें पाकिस्तानी सेना के जवान और प्रशिक्षित आतंकवादी काम करते हैं।
पाकिस्तानी सेना को दी गई स चेतावनी
सूत्रों ने बताया कि पाकिस्तानी सेना को स्थापित संवाद माध्यमों से सूचित किया गया है कि वे युद्धक वर्दी पहने अपने नागरिकों के शव लेकर जाए। थलसेना सूत्रों ने बताया कि पाकिस्तानी सेना को सख्त चेतावनी दी गई है कि वह अपनी सरजमीं से काम कर रहे आतंकवादियों पर लगाम लगाए। रविवार को मुठभेड़ की यह घटना दोपहर करीब 1:20 बजे हुई थी। पांच-छह पाकिस्तानी घुसपैठिये एलओसी पार कर भारतीय सीमा में दाखिल हो गए और सुंदरबनी सेक्टर में भारतीय थलसेना के एक गश्ती दल पर फायरिंग करने लगे।
पाकिस्तानी सेना लगातार कर रही है आतंकवादियों को भेजने की कोशिशें
उन्होंने कहा कि बीते 29 मई को दोनों देशों के महानिदेशक सैन्य अभियान (डीजीएमओ) के बीच हुई बातचीत के बाद से भारतीय थलसेना एलओसी के पास संघर्षविराम समझौते पर अमल की खातिर पूरा संयम बरत रही है जबकि सीमा पार से नियमित तौर पर उकसाने वाले कदम उठाए जाते रहते हैं। पाकिस्तानी सेना एलओसी के पास आतंकवादियों को भेजने की कोशिशें लगातार करती रही है। 30 मई से लेकर अब तक भारतीय थलसेना घुसपैठ की सात कोशिशें नाकाम कर चुकी है, जिसमें 23 आतंकवादी मारे गए हैं।


