झज्जर: सोमवार को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल अपने मंत्रियों व विधायकों के साथ हरियाणा में दस्तक दी। इस दौरान उन्होंने बेरी के तीन सरकारी स्कूलों का जायजा लिया। वहीं जनसभा के मंच से सीएम केजरीवाल ने बीजेपी, कांग्रेस व इनेलो पर जमकर प्रहार किया। केजरीवाल ने इनेलो व कांग्रेस को जाटों की पार्टी बताया तो वहीं बीजेपी को नान जाटों की पार्टी बताया।
केजरीवाल ने सवाल खड़े करते हुए कहा कि क्या प्रदेश में जाटों को नॉन जाटों से लड़ाकर विकास कराया जा सकता है? क्या मंदिर मस्जिद बनाने की बात करने से देश का विकास हो सकता है? केजरीवाल ने कहा कि आज इनेलो व हुड्डा कहते हैं कि हम जाटों की पार्टी हैं, हमें हमे वोट दो और बीजेपी कहती है कि हम नॉन जाटों की पार्टी हैं, हमें वोट दो।
वहीं मीडिया से बातचीत के दौरान उन्होंने कहा कि आज खट्टर सरकार व उसके मंत्री प्रदेश के किसानो को गुमराह कर रहे हैं। मैं मुंख्यमंत्री की कुर्सी को लात मारकर आया हूं। हम किसानों के लिए उचित मुआवजा व शहीद जवानों के लिए एक करोड़ की मुआवजा राशि देेंगे और दिया है।
इनेलो सांसद दुष्यंत चौटाला के आप पार्टी द्वारा निमत्रंण दिए जाने के सवाल पर कहा कि मुझे इस बारे में पता नहीं, लेकिन वे आना चाहे तो स्वागत है। वहीं केजरीवाल से जब एसवाईएल के बारे में उनकी राय जानने की कोशिश की गई तो वे कन्नी काटते नजर आए।
प्रदेश में आम आदमी पार्टी के चुनावी चेहरों पर केजरीवाल ने कहा कि हम चेहरों पर चुनाव नहीं लड़ते। वहीं दिल्ली के शिक्षा मंत्री एवं डिप्टी स्पीकर मनीष सिसोदिया ने भी राजनीति दो तरह की बताई। मनीष सिसोदिया का कहना है कि एक तरफ देश के राजनेता मंदिर बनवाना चाहते हैं और दूसरी तरफ राजनेता स्कूल बनवाना चाहते हैं। फैसला लोगों को करना है कि वह मंदिर बनवाने वालों के साथ हैं या फिर स्कूल बनवाने वालों के साथ।
